Raipur : भरोसे में खा रहे थे घातक दवा, आयुर्वेदिक के नाम पर बेचीं जा रही थी नकली दवा, कार्यवाई जारी …
रायपुर। कोई भी दवा का परिणाम जल्द से जल्द मिले यही लालच में कभी कभी ऐसी दवाओं का सेवन करने लग जाते हैं जो आगे शरीर के लिए बड़ा नुकसान दायक साबित होता है वही राजधानी रायपुर में भी ऐसी दवा खपाई जा रही थी जो राजधानी वासी भरोसे के साथ उसे अपना कर अपनी जान के साथ खिलवाड़ कर रहे थे आयूर्वेदिक वातनाशक दवा के नाम पर लोगों को ऐलोपैथिक और नकली दवा बेचने वालों के खिलाफ रायपुर औषधी प्रशासन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है..यह दवा वाताहारी वटी और चंदा आयूर्वेदिक फार्मेसी के नाम से बेची जा रही थी..लोगों को हर दिन तीन गोलियां खाने कह जा रहा था जबकि इनमें ऐलोपैथिक कैमिकल मिला हुआ है जिसके लगातार सेवन से लीवर और किडनी खराब होना तय है।
बोरे में बंद अनगिनत गोलियां इनका आकार कंचों से भी बड़ा है…ये हैं वहीं मिलावटी गोलियां हैं जिन्हे वातनाशक और दर्दनिवारक बता कर बुजुर्गों और महिलाओं को धड्डले से बेचा जा रहा है। हर दिन हजारों की संख्या में इन गोलियों की बेचे जाने की सूचना जब औषधी प्रशासन को मिली तो अधिकारियों ने इनकी जांच कराई…खुलासा हुआ दोनों ही दवा के गोलियों और पाउडर में बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवा डायक्लोफिनाक और डायक्लोफिनाक मिलाई जा रही थी..वाताहारी वटी गोलियां शंकर नगर,कृष्णा कांपलेक्स में याशिका ट्रेडिंग कंपनी से संचालक कमल नारायण साहू द्वारा बेची जा रही थी..जबकि गीतांजली नगर में बजरंग आयूर्वेदिक एंजेसी के मालिक सूर्यकांत बघेल द्वारा इन्हे पैक किया जा रहा था।