अयोध्या रेप केस मामले में योगी का चला बुलडोजर ,अधिकारी हुए सस्पेंड,बेकरी हुई ध्वस्त
अयोध्या /उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ फूल एक्शन मोड़ में नज़र आ रहे हैं। उसी के चलते अयोध्या रेप केस मामले में आज योगी सरकार की बड़ी करवाई सामने आयी है। केस में ढिलाई बरतने वाले पुलिस चौकी के इंचार्ज और थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं इस केस के मुख्य आरोपी मोईद खान के घर पर बुलडोजर चलाने का फैसला लिया है। इस मामले में मोईद खान की संपत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है। अयोध्या गैंग रेप के मुख्य आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी पर खाद्य सुरक्षा उपायुक्त का छापा पड़ा है। बेकरी में बने सामानों की जांच की जा रही है।
पीड़िता की मां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की थी जिसके साथ ही अयोध्या में एक्शन शुरू हो गया है। सीएम योगी ने पूराकलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता, दोनों सस्पेंड कर दिया गया है। इनपर आरोप है कि घटना के बाद इन लोगों ने त्वरित कार्रवाई नहीं की गई और मुकदमा दर्ज करने ने घंटों विलंब किया है।
#WATCH | On SP leader Moeed Khan, the main accused in the gang rape of a minor girl, Faizabad (Ayodhya) MP Awadhesh Prasad says, "As far as this incident is concerned, it is very painful and shameful. All the people involved in this incident should be investigated, the truth… pic.twitter.com/wKPHdDY4qM
— ANI (@ANI) August 3, 2024
पीड़ित किशोरी की मां ने मुख्यमंत्री को घटना के बारे में बताया था। पुलिस कर्मियों की कार्रवाई के बाद रेपकेस के मुख्य आरोपी मोईद खान की संपत्तियों की भी जांच शुरू हो गई है। मोईद खान पर आरोप है कि तालाब और सरकारी जमीनों पर इन लोगों ने अवैध कब्जा किया है।
बता दें कि अयोध्या के भदरसा इलाके में गैंग रेप का शिकार हुई पीड़ित किशोरी की मां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से cमुलाकात की थी जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक तंत्र अचानक हरकत में आ गया है।मुकदमा लिखने में देरी और त्वरित कार्रवाई नहीं करने के कारण जहां चौकी इंचार्ज और थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ मुख्य आरोपी मोईद की प्रापर्टी की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे किसी भी पार्टी का अपराधी हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।