
रायपुर/ रायपुर प्रेस क्लब के नेतृत्व में पत्रकारों ने चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जारी मीडिया सेंसरशिप दिशा-निर्देशों के खिलाफ घड़ी चौक स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। पत्रकारों का कहना है कि इन दिशा-निर्देशों से मीडिया की स्वतंत्रता पर प्रत्यक्ष हमला हो रहा है और यह लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ है।

प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर ने कहा, “हमारे पेशेवर अधिकारों का उल्लंघन नहीं सहन किया जाएगा। यह दिशा-निर्देश न केवल पत्रकारों के लिए, बल्कि समाज के लिए भी खतरनाक हैं।”

विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले पत्रकारों ने चिकित्सा शिक्षा विभाग से इन दिशा-निर्देशों को तत्काल वापस लेने की मांग की है। उनका कहना है कि मीडिया को स्वतंत्र रूप से कार्य करने का अधिकार है और किसी भी प्रकार की सेंसरशिप से उनकी कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। प्रदर्शन के दौरान पत्रकार समूह ने सरकार द्वारा जारी आदेश की प्रतियों को जलाकर आदेश को नहीं स्वीकारने की बात भी की।
बहरहाल, राज्य सरकार और चिकित्सा शिक्षा विभाग को चाहिए कि वे पत्रकारों की चिंताओं को गंभीरता से लें और मीडिया की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। यह घटना राज्य में मीडिया की स्वतंत्रता और अधिकारों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।