
गयाजी/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल आपूर्ति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 13,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया।
मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “गयाजी की यह धरती अध्यात्म और शांति की धरती है, यह भगवान बुद्ध को बोध कराने वाली पावन भूमि है… यहां के लोग चाहते थे कि इस नगर का नाम गया नहीं, बल्कि गयाजी हो। मैं इस निर्णय के लिए बिहार सरकार को बधाई देता हूं। मुझे खुशी है कि बिहार की डबल इंजन सरकार गयाजी के तेज विकास के लिए तेज़ी से काम कर रही है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “लालटेन राज में यहां कैसी दुर्दशा थी। लालटेन राज में ये इलाका लाल आतंक से जकड़ा था। माओवादियों के कारण शाम के बाद कहीं आना-जाना मुश्किल था। लालटेन राज में गयाजी जैसे शहर अंधेरे में डूबे रहते थे। हजारों गांवों तक बिजली के खंभे नहीं पहुंचते थे… बिहार की कितनी पीढ़ियों को इन लोगों ने बिहार से पलायन के लिए मजबूर कर दिया था।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “लालटेन राज में यहां कैसी दुर्दशा थी। लालटेन राज में ये इलाका लाल आतंक से जकड़ा था। माओवादियों के कारण शाम के बाद कहीं आना-जाना मुश्किल था। लालटेन राज में गयाजी जैसे शहर अंधेरे में डूबे रहते थे। हजारों गांवों तक बिजली के खंभे नहीं पहुंचते थे… बिहार की कितनी पीढ़ियों को इन लोगों ने बिहार से पलायन के लिए मजबूर कर दिया था।”
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की रक्षा नीति की नई लकीर खींच दी है, अब भारत में आतंकी भेजकर हमले कराकर कोई बच नहीं सकेगा। आतंकवादी चाहे पाताल में क्यों न छिप जाएं भारत की मिसाइलें उन्हें दफन करके रहेगी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मेरा संकल्प है कि जब तक हर जरूरतमंद को पक्का घर नहीं मिल जाता, मोदी चैन से नहीं बैठेगा। इसी सोच के साथ, पिछले 11 सालों में 4 करोड़ से ज़्यादा गरीबों को पक्का घर दिया गया है। अकेले बिहार में 38 लाख से ज़्यादा घर बनाए गए है।