आय से अधिक निवेश के मामले में सौम्या चौरसिया के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने पेश किया 8000 पेज का चालान

रायपुर/ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने आज कोर्ट में 8000 पन्नों का चालान पेश किया। कोयला , डी एम एफ और अन्य मामलों में संलिप्त रही तत्कालीन उप सचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ अवैध माध्यमों से अधिक आय अर्जित करने के मामले में ब्यूरो ने आज रायपुर स्थित विशेष न्यायालय में यह अभियोग पत्र पेश किया। इसके अनुसार सौम्या चौरसिया ने अपने परिवार और अन्य व्यक्तियों के नाम पर करीब 45 अचल संपत्तियों में बेनामी निवेश किया है ।
ब्यूरो की जांच में यह प्रमाणित हुआ है कि सौम्या चौरसिया ने पद पर रहते हुए करीब 49 करोड़ 69 लाख 48298 रुपए की अवैध कमाई की है । ज्ञात है कि वर्ष 2008 बैच की राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी सौम्या चौरसिया की पहली पद स्थापना डिप्टी कलेक्टर कार्यालय बिलासपुर में हुई थी । इससे पूर्व वर्ष 2005 में लेखा अधिकारी के रूप में कार्यरत थी । इसके बाद वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव के पद पर पदस्थ हुई थी । अपने 17 वर्ष के सेवाकाल में सौम्या चौरसिया और उनके परिवार की अवैध आय करीब 2 करोड़ 51 लाख रुपए से अधिक पाई गई। जबकि उनके द्वारा लगभग 50 करोड रुपए के अवैध आय को विभिन्न संपत्तियों में निवेश करना पाया गया । इस प्रकार सौम्या चौरसिया ने अपने संपूर्ण सेवा काल में 1872.86 प्रतिशत अधिक आय अर्जित की । ब्यूरो के इतिहास में आय से अधिक संपत्ति का यह अब तक का सबसे बड़ा मामला बताया जा रहा है। जांच से यह भी स्पष्ट हुआ है कि सौम्या चौरसिया ने संपत्तियों में सर्वाधिक निवेश वर्ष 2019 से 2022 के बीच किया हैं।