हरिशंकर परसाई की कृति “एक लड़की पांच दीवाने” का रचना मिश्रा के निर्देशन में हुआ मंचन
रायपुर/हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध रचनाकारों में से एक हरिशंकर परसाई की कालजयी रचनाओं में से एक “एक लड़की पांच दीवाने ” का मंचन राजधानी रायपुर के सड़ढू स्थित जनमंच में छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड विज़ुअल आर्ट सोसाइटी के द्वारा किया गया।
बदलते दौर में जब लोग नाटकों से दूर हो रहे है उस दौरान कला प्रेमियों को थिएटर के माध्यम से महान साहित्यकारों की कृति से युवा पीढ़ी को जोड़ने का काम कर रही नाट्य निर्देशिका एवं नाट्य रूपांतरणकार रचना मिश्रा ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में नाटक को हर युवा करीब से महसूस क्र सकता है। नाटक के जरिए लड़कों की मानसिकता के बारे में बताया गया है कि हर दीवाना बस इस उम्मीद में जीने लगता है कि वह लड़की एक दिन उसके प्रेम प्रस्ताव को स्वीकार कर लेगी ।
इस अभिनय को ज्वलंत करने वाले कलाकार थे समीर शर्मा , मंगेश यादव, पिंकू वर्मा , सूर्या तिवारी , उमेश उपाध्याय, गौरव साहू , लोकेश यादव , पल्लवी चंद , गरिमा तिवारी,सृष्टि रानी, तरूण देवांगन , मयंक साहू आदित्य सिंह ठाकुर नाट्य निर्देशिका थी रचना मिश्रा।
हास्य से भरपूर नाटक युवाओं की मनोस्थिति को दर्शाती है। साथ ही मध्यम वर्ग की लड़की प्रेम के उपर अर्थ और धन को प्राथमिकता देती है, लेकिन नाटक के अंत में लड़की इन सब दीवानों को अन्य युवक से शादी कर लेती है ।
उसकी शादी के बाद पांचों दीवानों को सांप सूंघ जाता है । नाटक में दीवानों का दर्द दर्शकों को खूब गुदगुदाता साथ ही यह संदेश देता है कि लड़कियां लड़कों की चापलूसी से नहीं उनकी काबलियत से प्रभावित होती हैं।