फिल्म “द कश्मीर फाइल” पर फिर विवाद, इजरायली फिल्ममेकर ने कहा वल्गर ?
मुंबई। कश्मीरी पंडितों पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल इन दिनों फिर चर्चा में है. इस बार का चर्चा का विषय है IFFI 2022 का फिल्म फेस्टिवल. IFFI 2022 में जूरी हेड के बयान के बाद घमासान शुरू हो गया है. उन्होंने फिल्म को ‘वल्गर’ और ‘प्रोपेगेंडा’ बताया. इस पूरे मामले में पहले अनुपम खेर और फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने बयान दिया. अब इजरायल ने भी जूरी हेड को फटकार लगाई है.
Terror supporters and Genocide deniers can never silence me.
Jai Hind. #TheKashmirFiles #ATrueStory pic.twitter.com/jMYyyenflc— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) November 29, 2022
द कश्मीर फाइल्स को इजरायली फिल्ममेकर नादव लापिड ने वल्गर बताया था. विवेक अग्निहोत्री की इस फिल्म पर बात करते हुए नादव ने कहा कि यह फिल्म प्रोपेगेंडा बेस्ड है और वल्गर है. सरकार की तरफ से आयोजित किए गए इस प्रेस्टीजियस फेस्टिवल में ‘द कश्मीर फाइल्स’ हमें यह मूवी एक प्रोपेगेंडा बेस्ड और वल्गर मूवी लगी.
Chair of the Jury of Goa Film Festival says that the Jury felt that Kashmir Files was a vulgar propaganda film, inappropriate for the film festival pic.twitter.com/FKTF93ZlRY
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) November 28, 2022
‘द कश्मीर फाइल्स’ को प्रोपेगेंडा बताने पर बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने ट्वीट कर अपना रिएक्शन सामने रखा है. ट्वीट में लिखा- झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों न हो, सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है. इसके साथ ही अभिनेता ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ से अपनी फोटोज़ भी शेयर कीं.
‘कश्मीर फ़ाइल्स’ का सच कुछ लोगो के गले में एक काँटे की तरह अटक गया है।वो ना उसे निगल पा रहे है ना उगल! इस सच को झूठा साबित करने के लिए उनकी आत्मा,जो मर चुकी है, बुरी तरह से छटपटा रही है।पर हमारी ये फ़िल्म अब एक आंदोलन है फ़िल्म नहीं।तुच्छ #Toolkit गैंग वाले लाख कोशिश करते रहें।🙏 pic.twitter.com/ysKwCraejt
— Anupam Kher (@AnupamPKher) November 29, 2022
भारत में इजरायल के राजदूत नौर गिलोन ने कहा, “भारतीय संस्कृति में एक अतिथि भगवान के समान है. आपने IFFI गोवा में जूरी के पैनल की अध्यक्षता करने के लिए भारतीय निमंत्रण के साथ-साथ उस भरोसे और सम्मान का सबसे खराब तरीके से दुरुपयोग किया है, जो उन्होंने आपको दिया है.”
जूरी बोर्ड ने भी नादव लापिड के बयान से किनारा कर लिया. जूरी बोर्ड ने कहा, “एक जूरी के रूप में हमें फिल्म को लेकर न्याय करने के लिए नियुक्त किया गया है. हम किसी भी फिल्म पर किसी भी प्रकार की राजनीतिक टिप्पणी में शामिल नहीं होते हैं और अगर किसी की तरफ से ऐसा किया जाता है तो वह उसकी व्यक्तिगत राय होगी.”
विवेक अग्निहोत्री की इस फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती और पल्लवी जोशी लीड रोल में नजर आए थे. यह फिल्म कश्मीरी पंडितों की आपबीती पर बनाई गई है. बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने तगड़ी कमाई करते हुए दर्शकों को फिर एक बार सिनेमाघरों की ओर खींच लिया था.