रायपुर/13 अप्रैल 2023। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में कहा कि 1955 में पंडित नेहरू यहां आदिवासी सम्मेलन में आए थे। इसके बाद आपके लिए काम किया। मेरी दादी इंदिरा जी के लिए मन में आपके लिए खास जगह थी। मैं पहली बार बस्तर आई हूं लेकिन मुझे बचपन से बस्तर के बारे में मालूम है। मेरी दादी कहती थी कि सबसे बढ़िया आदिवासी संस्कृति है।
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत दंतेश्वरी माई की जयकारा के साथ करते हुये उन्होंने कहा, आज भरोसे का सम्मेलन है। इतनी बड़ी तादाद में मैं देख रही हूं मेरी बहनें आई हैं। मैं तो बस्तर पहली बार आई हूं, आपको मेरे परिवार के एक-एक सदस्य पर भरोसा है। आप इसलिए आई हैं क्योंकि आज से कई साल पहले 1955 में पंडित जवाहरलाल नेहरू आदिवासी सम्मेलन में आए थे। आपके लिए काम किया। इंदिरा जी के दिल में आपके लिए खास जगह थी। बचपन से मुझे बस्तर के बारे में मालूम है। मैं आपकी हस्तकला को पहचानती हूं। आपकी संस्कृति को जानती हूं। मेरे परिवार के एक-एक सदस्य ने आपकी संस्कृति को पहचाना है।
कांग्रेस पार्टी ने जितना भी काम किया यहां उसी भावना और भरोसे की वजह से किया। जीवन में जो भी रिश्ता होता है, हर रिश्ते में भरोसे की जरूरत होती है। ऐसा कोई काम नहीं जो भरोसे के बिना हो। जब में स्टॉल पर थी, तब आइसक्रीम वाली बहन ने कहा कि दीदी आप मत खाओ आपका गला खराब हो जाएगा। एक पल में रिश्ता जोड़ लिया, मेरी सहेली बन गई। सार्वजनिक जीवन में सबसे महत्वपूर्ण बात भरोसा होता है। आज हम सब इस मंच पर खड़े हैं।
छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया नारा आपने सुना है। इस नारे में ही सब कुछ है। इस नारे में आपकी संस्कृति का मान-सम्मान है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किस तरह एक जमाना था कि लोग आने से डरते थे। हिंसा भय था। आज बस्तर ब्रांड बन गया है। आपकी पहचान देश ही नहीं, विदेश में भी है। मैंने देखा किस तरह हस्तकला को बढ़ावा दिया जा रहा है। मिलेट्स के सामान बनाए जा रहे हैं. पूरे देशभर में बेचा जा रहा है। सरकार की मदद से आमदनी बढ़ गई है। मेरी दादी इंदिरा जी कहती थी कि सबसे बढ़िया संस्कृति आदिवासी संस्कृति है. वे इसलिए आदर करती थी कि आप लोग प्रकृति का सम्मान करते हैं. प्रकृति का आदर करते-करते आप अपना रोजगार करते हैं. आपकी संस्कृति के तहत योजना बनाने की कोशिश की है.
साड़ियां सिल्क बना रही हैं. आमदनी बढ़ी है. इससे महिलाओं का आत्म सम्मान और आत्म विश्वास बढ़ा है. आज छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है. सबसे ज्यादा वन अधिकार यहां दिए गए हैं. सबसे ज्यादा एमएसपी मिल रही है. यहां का स्वास्थ्य मॉडल पूरी दुनिया में मशहूर हो गया है. पर्यटन, हस्तकला, वनोपज, एमएसपी, फिल्म शूटिंग के लिए यहां का ब्रांड बन चुका है. आपकी सरकार आपकी मजबूती के लिए काम कर रही है. आपके भरोसे पर चल रही है. आपके भरोसे को तोड़ा नहीं है.
आपने 15 सालों का भाजपा का शासन देखा आपने उन पर भी भरोसा किया था, लेकिन वह भरोसा उन लोगों ने रखा नहीं।
भय, भूख और खूब भ्रष्टाचार चला. आपकी जमीन छीनी गई. हथकड़ियां डाले गए. आत्मनिर्भर नहीं बनाया. भाजपा की सरकार ने आपका विश्वास तोड़ा. आपकी अनदेखी की. गौमाता आवारा घूम रही थी. स्व सहायता की बहनों पर भारी कर्ज था. 3000 स्कूल बंद हो चुके थे. कांग्रेस ने आपका गौरव वापस लौटाया है. आदिवासी पर्वों के लिए हर पंचायत में सरकार पैसा भेजेगी. आपके हाथों को हर तरह से मजबूत करने की कोशिश रही है. आपसे जमीन छीनी नहीं गई. लौटाई गई है. 5 लाख लोगों को वनाधिकार के पट्टे मिले. सबसे पहले यह काम इंदिरा जी ने किया था। हमें गर्व है कि धान की सबसे ज्यादा एमएसपी यहां मिल रही है. 20 लाख किसानों का कर्ज माफ हुआ. हजारों करोड़ का निवेश हुआ है. नए उद्योग लगे हैं. मैंने देखा कि उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं से बहुत नुकसान हुआ है. छत्तीसगढ़ में गौ माता भी खुश और जनता भी खुश है.
आपके सामने दो मिसाल है. एक कांग्रेस की सरकार आपके लिए दिन रात काम करती है. दूसरी मिसाल ऐसी भाजपा की सरकार का जिसने आपकी संपत्ति छीनने का काम किया. सच्चाई आपके सामने है. आपको पहचानना है कि आपका भरोसा किस पर है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी कभी किसी की चुगली नहीं करते. नकारात्मक बात नहीं करते. हमेशा बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के लिए कैसा नया काम किया है. उनके दिल में सचमुच आपके लिए प्रेम है. आपको आगे बढ़ाने की इच्छा है. कम ऐसे नेता हैं जो दिल से जनता के लिए काम करना चाहते हैं. मुझे गर्व है कि यहां कि सरकार ने आपका भरोसा रखा. आपके लिए अच्छी अच्छी योजनाएं बनाई। 2023 में आपके भरोसे की कांग्रेस की सरकार पुनः बनेगी।
कांग्रेस की सरकार में बस्तर की तरक्की हुई – कुमारी सैलजा
एआईसीसी की महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि आज पहली बार आप लोगों के बीच यहां आने का मौका मिला है। प्रियंका जी के साथ हमने यहां का कार्य देखा और यहां पर जगह-जगह गये साफ नजर आता है इस क्षेत्र का, बस्तर क्षेत्र का गांधी, नेहरू परिवार के साथ कितना लगाव है और ये भी साफ नजर आता है नेहरू जी से लेकर, इंदिरा जी से लेकर, राजीव जी, सोनिया जी, राहुल जी, इस परिवार का कितना लगाव आप लोगो के साथ भी है। इस क्षेत्र ने इतना प्यार दिया है और आज बहुत खुशी होती है जब हम इस क्षेत्र को फलता-फूलता देखते है। कल डॉ. अंबेडकर की जयंती भी है और जो हमारा ये क्षेत्र है अनुसूचित जनजाति बाहुल्य है। हमारे देश के जो वंचित लोग इनको अधिकार दिया डॉ. अंबेडकर ने, कांग्रेस पार्टी ने और हमारे इस समय के नेताओं ने गांधी जी ने नेहरू जी ने। जब से यहां हमारी सरकार आई है, यहां पर तरक्की हुयी है, इतना कार्य हुआ है सब लोगों को खास तौर से बहनों को विकास में हिस्सा मिला है। तरह-तरह की स्कीम और यहां पर प्रियंका जी हमारी बहनों से मिल रही थी। समूहो से मिल रही थी। बहनों के चेहरे पर जो खुशी नजर आ रही थी दोनों तरह की बात है। एक तो इस परिवार से गांधी, नेहरू दोनों परिवार से लगाव प्रियंका जी से लगाव और दूसरा जो उन सभी को जो इनको आत्म सम्मान मिला है। हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी इनके सभी साथियों ने कांग्रेस की सरकार ने हमारी नेता सोनिया गांधी के मार्गदर्शन से राहुल जी के मार्गदर्शन से जो यहां पर कार्य किया है ये सारी दुनिया जानता है सारा देश जानता है। शायद यहीं कारण है भारतीय जनता पार्टी हमारी इस तरक्की से, विकास से बौखला गये है और आज तरह-तरह के बाते सामने आ रही है।
इंदिरा जी ने दिया, रमन सिंह ने छीना : भूपेश
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को आदिवासी बहुल बस्तर के मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में कहा कि गांधी नेहरू परिवार का बस्तर से रिश्ता रहा है. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने यहां के आदिवासियों को जमीन का पट्टा दिया था. रमन सिंह की सरकार ने उसे छीन लिया. इसके बाद राहुल गांधी ने वापस दिलाया है.
भरोसे का सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, बस्तर के मुख्यालय जगदलपुर में इंदिरा जी की पोती, राजीव और सोनिया जी की लाडली और राहुल जी की छोटी बहन प्रियंका जी पहली बार बस्तर आई हैं. 15 साल भाजपा की सरकार रही. बस्तर के बाहर छत्तीसगढ़ के जो लोग हैं, वे बस्तर आने से डरते थे। छत्तीसगढ़ के बाहर के लोग छत्तीसगढ़ आने से डरते थे, क्योंकि नक्सलियों की इतनी दहशत थी कोई आने के लिए तैयार नहीं था. जब हम लोग घर से निकलते थे, परिवार के लोगों की रातों की नींद हराम हो जाती थी. जब तक सकुशल लौट नहीं जाते थे, तब तक उनकी चिंता दूर नहीं होती थी. यहां एनएच के पांच किलोमीटर दाएं-बाएं में ही सरकार थी. बाकी में नक्सली थे.
बस्तर के लोगों पर एक तरफ नक्सलियों का दबाव था, दूसरी तरफ पुलिस का डर. दोनों तरफ से गोलियां चलती थीं और सीना हमारे आदिवासियों का होता था. कितने निर्दोष आदिवासियों को नक्सली बताकर जेल में ठूंस दिया गया. स्कूलें बंद, इलाज की व्यवस्था नहीं, रोजगार नहीं था. आदिवासियों के रोजगार के साधनों में से एक महुआ को सड़क में फेंकना पड़ा था.
राहुल गांधी ने चुनाव के आखिरी दिन आचार संहिता समाप्त होने से एक घंटे पहले इसी मंच पर आए थे. लाखों लोग उस कार्यक्रम में आए थे. बस्तर के आदिवासियों, किसानों, मजदूरों को विश्वास दिलाया था. बस्तर के लोगों के जल, जंगल, जमीन का अधिकार वापस करेंगे. बस्तर के आदिवासियों ने विश्वास व्यक्त किया. 12 के 12 विधायक, सांसद, मेयर और जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस के हैं. लोगों ने बड़ा विश्वास व्यक्त किया, भरोसा किया.
इन चार साढ़े चार सालों में जो काम हुआ है. गांधी नेहरू परिवार का बस्तर से जो रिश्ता रहा है, उसके आधार पर किया है. पंडित जवाहरलाल नेहरू 13 मार्च 1955 को बस्तर आए थे. आदिवासी सम्मेलन किया था. इंदिरा जी ने आदिवासियों को पट्टा दिया था. भाजपा ने आदिवासियों की जमीन छीन ली थी. 50 हजार हेक्टेयर जमीन छीनने का काम किया. राहुल जी ने लोकसभा में भूमि अधिग्रहण बिल पारित करवाया था. आदिवासियों की जमीन सरकारों ने छीनने का काम किया. कांग्रेस ने लोहांडीगुड़ा में 4200 एकड़ जमीन वापस करने का काम किया. इंदिरा जी ने दिया रमन सिंह ने छीना और राहुल जी ने वापस किया.
जल, जंगल, जमीन के अधिकार देने का काम, लाखों परिवार को वन अधिकार पट्टा देने का काम राज्य सरकार ने किया. लघु वनोपज में अधिकार दिया. जहां बंदूक की गोलियां सुनाई देती थीं, आज वहां गीत सुनाई देता है. विकास के रास्ते पर चल पड़े हैं. यहां के नौजवानों को रोजगार दिया.
दंतेवाड़ा के अंदर कभी कोई जा नहीं सकता था. महेंद्र कर्मा जी के गांव जाते थे तो आधे घंटे में वापस कर देते थे. आज दंतेवाड़ा के अंदरूनी गांव में डेनेक्स हमने खोला है. 800 से अधिक लड़कियां काम कर रही हैं. 2500 रुपए में धान खरीदा. केंद्र ने अड़ंगा लगाया समर्थन मूल्य से ज्यादा में धान खरीदा तो चावल नहीं लेंगे. कोरोना काल के बाद भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना का पैसा जा रहा है. 15 क्विंटल के बजाय 20 क्विंटल धान खरीद रहे हैं. ये जो सम्मेलन है वह भरोसे का सम्मेलन है. सीएम ने पूछा कि भरोसा है कि नहीं है?
सीएम ने कहा, आदिवासियों, किसानों, मजदूरों, माताओं बहनों के भरोसे का सम्मेलन बस्तर और छत्तीसगढ़ के भरोसे का सम्मेलन है. एक तो दंतेश्वरी माई, दूसरा बस्तर का दशहरा और आदिवासियों की संस्कृति, से बस्तर की पहचान है. हमने जूते चप्पल कपड़े बांटने का काम नहीं किया, बल्कि आदिवासियों की जेब में पैसे डालने का काम किया ताकि आप अपनी पसंद से खरीद सकें. कोई कमीशन नहीं. डेढ़ लाख करोड़ बांटने का काम किया है. कभी किसी सरकार ने इतना नहीं दिया है. कांग्रेस की सरकार हर वर्ग की सरकार है. आज बस्तर में शांति लौटी है. 1300 से अधिक आदिवासी जो बंद थे, उन्हें रिहा किया गया है.
इस दौरान सीएम ने बस्तर संभाग मुख्यालय में महिला सहकारी बैंक खोलने का ऐलान किया. बैंक का नाम इंदिरा गांधी महिला सहकारी बैंक होगा. इसी तरह कई कॉलेजों के नामकरण का ऐलान किया. प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समितियों के प्रबंधकों के वेतन पर बड़ा ऐलान किया. इंटरनेशनल स्तर के हॉकी ग्राउंड का ऐलान किया. सीएम ने कहा कि इस ग्राउंड में इतनी बड़ी भीड़ कभी नहीं आई थी. महाराष्ट्र से गाड़ियां मंगाए हैं, तब भी कमी पड़ गई थी।
कांग्रेस की सरकार ने जनता का भरोसा जीता- मोहन मरकाम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने संबोधित करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में साढ़े चार साल जो सरकार में चाहे किसान हो, मजदूर हो, बेरोजगार हो, व्यापारी हो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हो सबकी चिंता करने वाली सरकार हैं, वह कांग्रेस की सरकार है। साढ़े चार साल में जो भरोसा कांग्रेस सरकार में है। छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है। कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ की अन्नदाता की चिंता करती हैं। आज 26 लाख किसान धान बेचते है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देना चाहता हूॅ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मितानिन, रसोईया, कोटवार का मानदेय बढ़ाया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में जैसे 12 सीट बस्तर मिली थी 2023 आने वाले चुनाव में भी पूरी 12 सीट कांग्रेस को मिलेगी। 2023 में 75 प्लस सीट कांग्रेस को मिलेगा और फिर से कांग्रेस की सरकार बनायेंगे। कांग्रेस की सरकार में जनता का भरोसा और मजबूत हुआ है। जनता के इसी भरोसे का सम्मेलन आज आयोजित है।
कार्यक्रम को मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मंत्री टीएस सिंहदेव, मंत्री ताम्रध्वज साहू, राष्ट्रीय सचिव डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का, सह-सचिव विजय जांगिड़ सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्य, सांसद-विधायक व कांग्रेस के पदाधिकारी मौजूद थे.
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