अपने साल भर के बचे कार्यकाल में कहां-कहां से इंडिया हटायेंगे मोदी?
रायपुर/06 सितंबर 2023। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि इंडिया गठबंधन से मोदी और भाजपा इतने भयभीत हो चुके हैं कि देश का ही नाम बदलने की सोच रहे हैं। अंग्रेजों की मुखबिरी करने और ₹60 पेंशन पाने वाले लोग आज इंडिया शब्द को गुलामी का प्रतीक बता रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इंडिया का नाम बदलकर भारत रखने में 14304 करोड़ का अनुमानित खर्च आ सकता है। राजनैतिक दुर्भावना के कारण इतनी बड़ी राशि का अपव्यय भाजपा कि गिरी हुई मानसिकता को दर्शाता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि अगर इंडिया नाम में बदलाव किया जाता है तो कई संस्थानों और संगठनों का नाम बदलना पड़ेगा। अगर नाम में बदलाव हुआ तो ISRO, IAS, IPS, IIT, IIM, AIIMS, SBI, IRS, IFS, RBI, FCL, SAIL, IOC, NHAI एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया, इंडियन रेल्वे, आल इंडिया रेडियो, इंडियन नेवी, इंडियन आर्मी आदि सभी के नाम से इंडिया हटाना पड़ेगा और यहां तक की भारतीय करेंसी पर से भी इंडिया शब्द हटाना पड़ेगा जिसके लिये फिर से एक बार नोटबंदी करनी होगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा खुद इंडिया शाइनिंग, मेक इन इंडिया जैसे नारे दिए हैं, क्या भारतीय जनता पार्टी उसमें ही बदलाव करेगी ? देश की जनता गर्व से कहती है कि आई लव माय इंडिया क्या मोदी भारतीय जनता के दिल में बसे इंडिया को हटा सकेंगेे?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के इस मूर्खतापूर्ण कदम के कारण जनता में भयंकर आक्रोश उत्पन्न हुआ है। इस आक्रोश को देखते हुए मोदी ने अपने मंत्रियों को इस विषय पर बयान देने और विवाद में पड़ने से बचने का निर्देश दिया है। भाजपा के इस बिना सिर पैर के कदम से यह स्पष्ट हो चुका है कि वह इंडिया गठबंधन से बुरी तरह सहमी हुई है। इस कदम से यह भी स्पष्ट हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी देश विरोधी है और सत्ता के सामने उसके लिए देश कोई मायने नहीं रखता।