राजधानी /दिल्ली में श्रद्धा मर्डर का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला आखिर कितना शातिर है? कत्ल हुआ तो श्रद्धा का कटा हुआ सिर आखिर कहां है? खोपड़ी आखिर क्यों नहीं मिली? आखिर आफताब पुलिस के हर सवाल का जवाब अंग्रेजी में क्यों दे रहा है? वैसे श्रद्धा केस से जुड़े ये सवाल कोई नए नहीं हैं. लेकिन इनके पीछे की जो वजहें हैं वो बेहद हैरान कर देने वाली है.
असल में आफताब ने इस घटना को जैसे अंजाम दिया उसे देखकर समझ आ रहा है कि ये एक प्लान मर्डर है। जानकर हैरानी होगी कि आफताब को बेहद अच्छी हिंदी आती है. वो हिंदी में बात भी करता है. हिंदी में सोशल मीडिया पर चैट भी करता था. आगे उसका सबूत भी हम दिखाएंगे. पर पुलिस की पूछताछ में सिर्फ अंग्रेजी में जवाब देने के पीछे कई बड़ी वजहें हैं. क्योंकि ये परफेक्ट मर्डर की पूरी किताब
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इस विषय में क्राइम एक्सपर्ट का कहना है कि आरोपी अंग्रेजी में जवाब सोच समझ कर दे रहा है। असल में कत्ल करने के बाद उसे पूरे 6 महीने का समय मिला है. इस दौरान उसने अपनी मानसिक स्थिति को ऐसा बना लिया है कि वो हर सवाल का सोच समझकर जवाब दे रहा है. इसलिए ऐसे क्रिमिनल का ब्रेन मैपिंग और नारको टेस्ट किया जाना बेहद जरूरी है।
जिस तरह से आफताब लगातार साजिश के तहत पुलिस के सामने बयान बदल रहा है. वो पुलिस को गुमराह कर रहा है. उससे ये भी हो सकता है कि अभी तक उसकी निशानदेही पर जो हड्डियां बरामद हुईं हैं वो भी उसकी साजिश का हिस्सा हो. क्योंकि आफताब ने इस मर्डर से पहले और उसके बाद देश और दुनिया की क्राइम बेस्ड क्राइम वेबसीरीज के साथ अपराध की बारीकी वाले नॉवेल भी पढ़ें.
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ऐसे में अगर उसने वाकई परफेक्ट मर्डर किया है तो हो सकता है जो हड्डियां मिलीं है वो इंसान की ही नहीं हों. या फिर इंसान की हों भी तो वो श्रद्धा की ना हो. अगर श्रद्धा के पिता के डीएनए सैंपल से उन हड्डियों का मिलान नहीं हुआ तो उससे आफताब को सीधे फायदा मिल जाएगा. अगर ऐसा हुआ तो ये देश का बेहद परफेक्ट मर्डर माना जा सकता है.