दिल्ली। बहुत पुरानी कहावत है यूं कह लीजिए मुहावरा तो आपने सुना ही होगा कि हमने आस्तीन में सांप पाल रखा है मतलब दोस्त के रूप में दुश्मन पाल रखा है लेकिन लोग असल जिंदगी में भी अब सांपों को पालने लगे हैं और उससे करोड़ों का व्यापार कर रहे हैं हालांकि कुछ देश पर इसे लीगल माना जाता है और कुछ देशों में इसे इनलीगल माना जाता है और इस बिजनेस को स्नेक फार्मिंग कहते हैं।
आपको बता दें जैसे हम दूसरे जानवर जैसे भेड़ बकरी गाय मुर्गी मछली पालन आदि करते हैं उसी तरीके से सांपों को भी बिजनेस के तौर पर पाला जाता है हालांकि कुछ देशों में सांप को पालना गैरकानूनी है तो वही चाइना में इसका पालन होता है और इसके जहर को निकाल कर बेचा जाता है और लाखों रुपए कमाए जाते हैं
ज़हर की मांग
आपको बता दें पूरी दुनिया में सांप के जहर की बहुत डिमांड है सांप के जहर से बहुत सारी दवाइयां बनती है और सांपों का जहर अलग-अलग प्रजाति के हिसाब से बिकता है यूं पहले की अलग-अलग प्रजाति के जहर का रेट अलग अलग होता है हालांकि इस काम को करने में जितना रिस्क है उतना ही प्रॉफिट पर है क्योंकि सांप के जहर के 1 लीटर की कीमत लाखों में होते हैं।
(Snake Farming) व्यवसाय बहुत ही आकर्षक है क्योंकि वैश्विक जहर बाजार में सांप के जहर की मांग बढ़ रही है. इसके विपरीत सांप पालन व्यवसाय में शामिल लोगों की संख्या काफी कम है, इसलिए आपूर्ति में भी कमी है. सांप पालन व्यवसाय में व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विभिन्न सांप प्रजातियों का पालन शामिल है. कोई शख्स इस कारोबार को करने का जोखिम उठाता है तो उसके लिए यह उसके लिए काफी प्रॉफिटेबल कारोबार है.
करोड़ो का व्यापार
चीन का एक बहुत छोटा सा गांव जो इसी काम को करता है और साल में करोड़ों रुपए कमाता है आप भी इस व्यवसाय को कर सकते हैं लेकिन सावधानी बरतनी होगी