Rajsthan में बनी दुनिया की सबसे ऊँची शिव प्रतिमा, आज मोरारी बापू की कथा के साथ होगा उद्घाटन !
राजस्थान के राजसमंद जिले में शनिवार को दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा, 369 फीट 'विश्वास स्वरूपम' (विश्वास की मूर्ति) का उद्घाटन किया जाएगा। उद्घाटन के बाद 6 नवंबर तक
राजस्थान के राजसमंद जिले में शनिवार को दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा, 369 फीट ‘विश्वास स्वरूपम’ (विश्वास की मूर्ति) का उद्घाटन किया जाएगा। उद्घाटन के बाद 6 नवंबर तक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और नौ दिनों तक आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू राम कथा का पाठ करेंगे।
निर्माण के दौरान लगभग 3,000 टन स्टील और लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का उपयोग किया गया है। प्रतिमा 250 किमी तक हवा की गति का सामना कर सकती है। 51 बीघा की पहाड़ी पर बनी इस मूर्ति को बनने में दस साल का समय लगा है।
इसका निर्माण संत कृपा सनातन की ओर से करवाया गया है। प्रतिमा को ध्यान मुद्रा में बनाया गया है और कहा जाता है कि यह कई किलोमीटर दूर से दिखाई देती है। इस प्रतिमा के लिए विशेष रोशनी की भी व्यवस्था की गई है ताकि रात में भी यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>The majestic statue of Lord Shiva in Nathdwara, also known as the 'Statue of Belief', will mesmerise you every time you see it. 📸: Vishnu Gaur <a href=”https://twitter.com/hashtag/shiva?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#shiva</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/statueofbelief?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#statueofbelief</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/mesmerise?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#mesmerise</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/nathdwara?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#nathdwara</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/explorerajasthan?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#explorerajasthan</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/travelrajasthan?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#travelrajasthan</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/padharomharedes?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#padharomharedes</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/rajasthantourism?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#rajasthantourism</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/rajasthan?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#rajasthan</a> <a href=”https://t.co/y1gqzDrxWB”>pic.twitter.com/y1gqzDrxWB</a></p>— Rajasthan Tourism (@my_rajasthan) <a href=”https://twitter.com/my_rajasthan/status/1577157216590655488?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 4, 2022</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
परियोजना की नींव अगस्त 2012 में अशोक गहलोत, जो तब भी मुख्यमंत्री थे। मोरारी बापू की उपस्थिति में रखी गई थी। मूर्ति मूल रूप से, 2012 में, 251 फीट लंबी होने की योजना थी, लेकिन बाद में निर्माण के दौरान, इसकी ऊंचाई 351 फीट तक पहुंच गई।
शिव की प्रतिमा के साथ गंगा की एक धारा जोड़ी गई, जिसके बाद इसकी ऊंचाई बढ़कर 369 फीट हो गई। प्रतिमा में लिफ्ट, सीढ़ियां, हॉल सहित अन्य सुविधाएं शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्रतिमा के चारों ओर बंजी जंपिंग, जिप लाइन और गो-कार्ट जैसी गतिविधियों की मेजबानी होगी, और पर्यटकों के लिए अपने दिन का आनंद लेने के लिए एक फूड कोर्ट, एडवेंचर पार्क और एक जंगल कैफे होगा।
अब तक की दुनिया में पांच सबसे ऊंची शिव प्रतिमाएं हैं- विश्वास स्वरूपम, राजस्थान – 369 फीट, कैलाशनाथ महादेव मंदिर, नेपाल – 143 मीटर, मरुदेश्वर मंदिर, कर्नाटक – 123 मीटर, आदियोग मंदिर, तमिलनाडु – 112 मीटर, मंगल महादेव, मॉरीशस – 108 मीटर।