जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के अंतर्गत आने वाले जनपद पंचायत खड़गवा में जनपद कार्यालय के सामने भारतीय जनता पार्टी खड़गवा मंडल के नेतृत्व में जनपद पंचायत का तालाबंदी और चक्का जाम प्रदर्शन किया प्रदर्शन खड़गवा जनपद पंचायत में मनरेगा में किए गए कार्यों की राशि के न मिलने और मंगोरा ग्राम में सड़क बनी ही नहीं और उसका राशि का अहरण कर लिया गया उसकी फर्जीवाड़ा को लेकर इस प्रकार से कुल पांच मांगों को लेकर प्रदर्शन किया.
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी खड़गवा मंडल ने पांच मांगों को लेकर जनपद पंचायत का तालाबंदी और चक्का जाम प्रदर्शन किया जिसको लेकर एसडीम खड़गवा के आश्वासन के बाद यह प्रदर्शन खत्म किया गया इस प्रदर्शन में पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव शामिल हुए काफी देर तक तालाबंदी को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जनपद कार्यालय को ताला बंद करने के लिए प्रयास किए लेकिन वहीं पुलिस में भी अपनी कढ़ाई से डटे रहे तालाबंदी करने का प्रयास भाजपा के कार्यकर्ताओं ने बहुत ज्यादा प्रयास किया लेकिन पुलिस बल ज्यादा तादात पर होने के कारण तालाबंदी करने में भाजपा के कार्यकर्ता सफल नहीं हो सके उसके बाद जाकर रास्ते में चक्का जाम किया तब जाकर एसडीएम के द्वारा आश्वासन दिया गया है कि आपकी मांगे आने वाले 10 दिनों के अंदर पूरी कर दी जाएगी
आज भारतीय जनता पार्टी ने अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर जनपद पंचायत खंडवा का तालाबंदी किया और चक्का जाम किया इसमें मुख्य रूप से जो ग्रामीण क्षेत्रों में 50 दिन सरकार का कार्य दिवस होता है मनरेगा में उसको भुगतान नहीं करने के वजह से इसी को लेकर जनपद का आज तालाबंदी किया गया इसी को लेकर जनपद के सीईओ और एसडीएम के द्वारा 1 हफ्ते का समय अवधी मांगा गया है और दूसरा मुद्दा था जो मंगोरा में पूरी सड़क 1800000 का गायब कर दिया गया और मेरो में 19 लाख का सड़क वाडा उनके भाई के द्वारा सड़क का घोटाला किया गया उस पार विधायक और प्रशासन के द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है इसलिए आज चक्का जाम किया एस डी एम और पुलिस ने या आगरा किया है 1 हफ्ते के अंदर इस पर भी कार्रवाई कर इसकी जानकारी देंगे साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के तहत अतिरिक्त 5 किलो चावल है वह पूरे खड़गंवा विकासखंड या पूरे जिले में नहीं दिया जा रहा है उस पर एसडीएम के द्वारा टीम बनाकर जांच करने का आश्वासन दिया है और अंत में जो विनय वाड़ा है और उनके भाई विनोद जायसवाल के स्टोन क्रेशर में एक आदिवासी व्यक्ति की मौत उस पर भी हमने पहले ज्ञापन दिया है लेकिन पुलिस अब तक f.i.r. नहीं कर पाई है कुछ दस्तावेज अभी अधूरे हैं लेकिन सुखत बात इसलिए रहा श्रम विभाग के द्वारा मुआवजे की राशि 9.94000 रुपए 1 हफ्ते के अंदर उस आदिवासी के परिजनों को स्टोन क्रेशर मालिक विनोद जायसवाल को भुगतान करने का आदेश पारित किया है
उसके बाद भाजपाइयों ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया