रायपुर नगर निगम को 5 साल में मिला 1,327 करोड़ कौन खा गया?
रायपुर/ भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर नगर निगम को पांच वर्ष में आवंटित राशि, शारदा चौक से तात्या पारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण सहित विकास कार्यों एवं भ्रष्टाचार का मामला विधानसभा में उठाया। उन्होंने सीधे-सीधे कहा कि नगर निगम में मुख्यमंत्री का नहीं, मंत्री का नहीं चल रही है। रायपुर नगर निगम में मुगलिया शासन चल रहा है।
शासन द्वारा जारी 1,327 करोड़ 49 लाख 32 रुपए कहां जा रहा है इन पैसों का सिर्फ भ्रष्टाचार हो रहा है।
श्री अग्रवाल आज विधानसभा में रायपुर नगर निगम को पांच साल में मिली राशि, शारदा चौक से तात्यापारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण का मामला उठाते हुए मंत्री से पूछा कि रायपुर नगर निगम को 5 सालों में कितनी राशि उपलब्ध कराई गई है? वर्षवार विधानसभा वार बताएं। स्वीकृत कार्यों में कितने कार्य पूर्ण है, कितने अपूर्ण? रायपुर नगर निगम को केंद्रीय योजनाओं की कितनी राशि प्राप्त हुई है? उन योजनाओं में कितने का कितने कार्य पूर्ण कितने अपूर्ण है?
श्री अग्रवाल ने कहा कि राजधानी की स्थिति बहुत खराब है। रायपुर गड्ढों से भरा हुआ है। धूल से भरा हुआ है। बरसात में पानी भर रहा है। जिस काम के लिए पैसा मिल रहा है, उस काम में खर्च नहीं होता। पैसे का खुलकर दुरुपयोग होता है, और क्या रायपुर में बढ़िया शासन चल रहा हैं?
श्री अग्रवाल ने कहा कि राजधानी की इतनी बुरी हालत पिछले साढ़े 4 साल में हुई है। सड़कों के गड्ढों से लोग परेशान हैं। लोग गड्ढों में बेशरम का पेड़ लगा रहे हैं। आप पैसा देते हैं उन पैसों को लोग खा रहे हैं। वह पैसा लोगों के जेब में जा रहा है। रायपुर नगर निगम ऐसा नगर निगम है जहां पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मंत्री का शासन नहीं मुगलिया शासन चल रहा है और उस शासन में सिर्फ भ्रष्टाचार चल रहा है। उनका राज चल रहा है वे जैसा चाहे वैसा करें। जिसको ठेका देना हो दे। आपको मालूम है मैंने इस विधानसभा में पूछा तो पता चला कि तेलीबांधा से लेकर वीआईपी रोड पर किए गए सड़क सोदर्यीकरण का टेंडर नहीं हुआ है। वह जादू में बन गया। ढाई करोड़ के टेंडर को 20-20 लाख में किया गया।
मंत्री जी आपने विधानसभा में जवाब में कहा था कि उनका टेंडर किया है। एनएचआई से हमें परमिशन नहीं मिला। फिर काम कैसे हो गया? तो जादू से काम होने लगा क्या?
श्री अग्रवाल ने शारदा चौक से तात्या पारा तक सड़क चौड़ीकरण का मामला उठाते हुए कहा कि इस सड़क के चौड़ीकरण के लिए पिछले साढ़े 4 सालों से मुख्यमंत्री जी लगातार हर साल सदन में आश्वासन दे रहे हैं। घोषणा किया है पर आज तक उस सड़क के निर्माण के लिए पैसा जारी नहीं किया गया। सड़क का काम चालू नही हुआ।
यह सरकार राजधानी रायपुर के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। रायपुर का विकास अवरुद्ध कर दिया गया है। यहां के लिए पैसे नहीं दिए जा रहे हैं, और जो पैसे दिए जा रहे हैं उसका स्वार्थ में बटवारा हो रहा है। काम अपूर्ण पड़े है।
अग्रवाल ने कहा कि अभी रायपुर में पेयजल बड़ी समस्या है। मैने विधानसभा में ध्यानाकर्षण लगाया था जिसमे मंत्री जी ने बताया था अमृत मिशन के तहत रायपुर में 61,000 नलों में पानी आ गया है। अभी जब मैंने योजना समिति की बैठक में बात की तो मुझे बताया गया कि अभी सिर्फ 25,000 नलों में पानी नहीं आया है। यह तो राजधानी की स्थिति है। राजधानी की स्थिति में सुधार हो तेजी से काम हो, राजधानी विकसित हो इसके लिए आप एक विशेष बैठक बुलवाइए।
विधानसभा अध्यक्ष ने आसंदी से मंत्री को निर्देश दिया कि आप राजधानी को विशेष ध्यान दीजिए राजधानी के विकास की एक बार समीक्षा कर लीजिए एक बैठक कर लीजिए।
नगरीय प्रशासन मंत्री ने बताया कि रायपुर नगर निगम को 5 साल में 1,327 करोड़ 50 लाख 32 हजार की राशि दी गई है। 9,615 कामों के लिए और अधिकांश काम पूरा हो गया है।