Raipur News : डिवाइडर सौदर्यकरण के टेंडर घोटाले का नहीं हुआ पर्दाफाश, ठेकेदार, एजेंसी लापता…
रायपुर। राजधानी रायपुर नगर निगम स्मार्ट सिटी के द्वारा तेलीबांधा चौक से वीआईपी चौक तक हो रहे डिवाइडर सौदर्यकरण के नाम पर टेंडर घोटाले का अब तक पर्दाफाश नहीं हो पाया है। और धड़ल्ले से इसका काम फिर शुरू हो चुका है।आखिर किस मद से यह काम हो रहा गुणवत्ता को लेकर कौन है जिम्मेदार…
सजाने संवारने में ही फूंक रहे करोड़ो…
बता दे राजधानी स्मार्ट सिटी नागरिक सुविधा के कार्यों पर जोर ना देकर सिर्फ चकाचौंध और सौंदर्यीकरण करने में लगी हुई है वही तेलीबांधा चौक से वीआईपी चौक तक हो रहे सौंदर्यीकरण में टेंडर घोटाला का मामला सामने आया है शहर में नागरिक सुविधाओं के काम न होकर सिर्फ सजाने संवारने के एवज में करोड़ो रुपए खर्च किया जा रहा है।
अब तक नही आया रिपोर्ट
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने पहले भी सवाल उठाया है और बीजेपी नेताओं ने इसका विरोध किया जिसके बाद काम को बंद कर खानापूर्ति करते हुए नगर निगम के द्वारा टेंडर को निरस्त किया गया लेकिन आज काम धड़ल्ले से फिर शुरू हो चुका है और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात की जाए तो नगर निगम आयुक्त के द्वारा मामले की जांच कराने हेतु 10 दिन का समय दिया गया था लेकिन आज 23 दिन बीत जाने के बाद भी जांच की रिपोर्ट सामने आई नहीं जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो पाई।और यह काम फिर से शुरू हो गया आखिर किसके सह पर यह काम हो रहा यह समझ से परे है।
क्या कहते है जोन आयुक्त
वही पूरा काम जोन क्रमांक 10 क्षेत्र के अंतर्गत पर हो रहा था इसे लेकर जून 10 के जोन कमिश्नर दिनेश कोसरिया से बात करने पर उन्होंने कहा कि जोन या नगर निगम के माध्यम से कोई काम नहीं हो रहा है टेंडर निरस्त कर दिया गया है यह काम अभी किसके कहने पर हो रहा है कौन करवा रहा है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
जिम्मेदारों पर कार्रवाई
बता दे सौंदर्यीकरण का काम शुरू होने के बाद से ही सवालों के घेरे में रहा है और इसके गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए इस पर रोक लगाने बीजेपी नेताओं ने प्रदर्शन भी किया और साथ ही EOW में शिकायत कर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है देखने वाली बात होगी कि आखिरकार जांच टीम जो गठित किया गया वो क्या कुछ रिपोर्ट सौंपेगा और जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई होगी।