मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत वजन तिहार से कुपोषण की दर में आई कमी
रायपुर /छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार 4 वर्ष से सामान्य और गरीब वर्ग की जनता के लिए ऐसे कार्य कर रही है। जिसे देखकर कहा जा सकता है कि भूपेश सरकार गरीब,निर्धन और महिलाओ के हित को ध्यान में रखकर काम करने वाली सरकार है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा चलाए जा रहे ‘मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान’ से कुपोषण को मात मिल रही है। महिला एवं बाल विकास द्वारा जारी वजन त्यौहार 2022 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में पिछले तीन सालों में आई कुपोषण की दर में 5.61% की कमी आई है।
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel द्वारा चलाए जा रहे 'मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान' से कुपोषण को मिल रही मात।@WCDCgGov द्वारा जारी वजन त्यौहार 2022 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में पिछले तीन सालों में आई कुपोषण की दर में 5.61% की कमी।#CGModel #Chhattisgarh @MinistryWCD pic.twitter.com/SLkvhBkMFE
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) November 28, 2022
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरुआत
इस अभियान के तहत 06 वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों को कुपोषण एवं एनीमिया तथा 15 से 49 वर्ष आयु के महिलाओ को एनीमिया से मुक्त कराने के लिए पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान 02 अक्टूबर 2019 से जन सहयोग एवं जनभागीदारी से प्रारंभ किया गया।
कनिष्का को मिला लाभ
पोषण अभियान से लाभान्वित होने से पहले कनिष्का का वजन 9 कि.ग्रा. था। कनिष्का मध्यम कुपोषित की श्रेणी में थी। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से लाभान्वित होने के बाद अब उसका वजन बढ़कर अब 11 किलो 700 ग्राम हो गया है। कनिष्का अब कुपोषण से मुक्त हो गयी है। आंगनबाड़ी केंद्र में नियमित देखभाल एवं पौष्टिक आहार से कनिष्का का वजन अब बढ़ गया है। कनिष्का की सेहत में सुधार से उसके माता-पिता बहुत खुश हैं एवं इस योजना के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है। मस्तूरी प्रोजेक्ट में अगस्त माह 2022 से अब तक 244 बच्चें कुपोषण की जद से बाहर आ चुके है।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को भी गरम भोजन से लाभान्वित किया जा रहा है। स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में गरम भोजन तैयार कर प्रदाय किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से लाभान्वित गर्भवती माता श्रीमती अर्चना दिलहरण है। इनके द्वारा नियमित रूप से आंगनबाड़ी में आकर गरम भोजन का लाभ लिया जा रहा है। इस प्रकार योजना से लाभान्वित होने वाली अन्य गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के पोषण स्तर में नियमित सुधार हो रहा है।