हरिद्वार/दिनांक 14-15 सितंबर में आयोजित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी/शहीद उत्तराधिकारी परिवार राष्ट्रीय सम्मेलन एक एक कीर्तिमान बनाते हुए सम्पन्न हुआ। पिछले 5 दिनों से हम अत्यधिक व्यस्तता के कारण प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से दूर रहे, यह प्रतिस्पर्धा का युग है, हमें प्रसन्नता है कि पिछले 5 वर्षों से स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की गूंज चतुर्दिक सुनाई पड़ने लगी है, हम सेनानी परिवारों के सभी संगठनों के पदाधिकारियों से नम्र निवेदन करते हैं कि इस कार्यक्रम ने जो लाइन खींची है, सकारात्मक रुख अपनाते हुए इससे बड़ी लाइन खींचने का प्रयास करें। देश भर से स्वजनों का संदेश आ रहा है कि पिछले 5 दिनों से सेनानी परिवारों के समूहों पर सन्नाटा छाने के संदेश आ रहे हैं। हमें अवलोकन करने का अवसर ही नहीं मिल पाया। आयोजक तो अपने कार्यक्रम की प्रशंसा ही करेगा, किन्तु यह कार्यक्रम कैसा रहा,
इसकी प्रतिक्रिया यदि शामिल होने वाले भाई बहन ही देंगे तो उसकी विश्वसनीयता पर कोई सवाल नही उठा सकता है। हमारे इस आयोजन में 17 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शामिल हुए, हमारे संयुक्त सचिव श्री ललित कुमार चौहान की सूचना के अनुसार 21 प्रान्तों के 1204 भाई बहनों का पंजीकरण करके परिचय पत्र बनाए एकगए हैं,किया गया है, इसके अतिरिक्त भी लगभग 40 भाई बहन ऐसे थे जिनका पंजीकरण नहीं हो सका।
उत्तराखंड सरकार ने 18 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को राजकीय अतिथि घोषित किया, यह स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास में पहली बार गत वर्ष असम में तथा दूसरी बार उत्तराखंड में हुआ है। आज सभी प्रतिभागी अपने अपने गन्तव्य की ओर प्रस्थान कर गए। 5 नवम्बर तक हम संगठन के कार्य के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे, 5 नवम्बर के बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद आगामी योजना का स्वरूप निर्धारित किया जाएगा।