नई दिल्ली, 02 जून/ लोकसभा चुनाव की मतगणना की तैयारियों को लेकर रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं और पार्टी प्रत्याशियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश भी मौजूद रहे। इस दौरान लोकसभा चुनाव को लेकर भी पार्टी नेताओं से प्रदेशों के जमीनी हालातों के बारे में फीडबैक लिया गया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश, पार्टी नेता पवन खेड़ा और सुप्रिया श्रीनेत ने सभी एग्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा कि ये पहले भी गलत साबित हुए हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि चार जून को जिस व्यक्ति का एग्जिट तय है, उन्होंने ये सरकारी एग्जिट पोल करवाए हैं। ये बिल्कुल झूठे और नकली हैं। इंडिया गठबंधन को 295 से ज्यादा सीट मिलेंगी।
उन्होंने कहा, एग्जिट पोल और चार जून को आने वाले वास्तविक परिणाम में जमीन-आसमान का फर्क होगा। यह एग्जिट पोल फर्जी इसलिए हैं, क्योंकि देश के निवर्तमान प्रधानमंत्री और निवर्तमान गृह मंत्री मनोवैज्ञानिक खेल खेल रहे हैं। कल शनिवार को इंडिया गठबंधन के नेताओं की मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर लोकसभा चुनाव को लेकर जमीनी स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई। सभी का यही मानना था कि इंडिया गठबंधन को 295 सीटों से ज्यादा मिलेगी। समाज के हर वर्ग का समर्थन इंडिया गठबंधन को मिला है।
जयराम रमेश ने कहा, वर्ष 2004 में सभी एग्जिट पोल ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को निर्णायक प्रचंड बहुमत दिया था। मगर वर्ष 2004 में कांग्रेस और यूपीए गठबंधन की सरकार बनी थी। 20 साल बाद वर्ष 2024 में वही इतिहास दोहराया जाएगा।