
दिल्ली/ अक्टूबर 2025 को सऊदी अरेबिया के एक समिट में सलमान खान के बयान पर अब पाकिस्तान जवाब दे रहा है ज्ञात हो कि इस कार्यक्रम में दुनियाभर के फेमस लोगों को बुलाया गया था जिसमें भारत से शाहरुख खान, सलमान खान और अमीर खान ने एक साथ स्टेज शेयर किया था । तीनों ने इस दौरान सिनेमा, करियर और अपने जीवन पर खुलकर बात की. बताया कि वो मौका कब आएगा जब तीनों एक साथ किसी फिल्म में नज़र आएंगे. हालांकि इसी समिट में सलमान ने कुछ ऐसा कहा जिस पर आगे चलकर हंगामा खड़ा हो गया. मामला सिर्फ किसी विवाद पर ही जाकर नहीं रुका. उन्हें अपनी बात के लिए आतंकवादी तक घोषित कर दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान ने सलमान खान को एक टेररिस्ट करार कर दिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सरकार ने 1997 के टेररिज़्म ऐक्ट के चौथे शेड्यूल के अंतर्गत सलमान को आतंकवादी घोषित कर दिया है. इस शेड्यूल में किसी शख्स को आतंकी कनेक्शन के चलते ब्लैकलिस्ट किया जाता है, साथ ही उनके खिलाफ लीगल एक्शन भी लिया जा सकता है. ये पूरा विवाद शुरू कहां से हुआ, अब वो बताते हैं. दरअसल ‘जॉय फोरम’ के दौरान सलमान से पूछा गया कि कौन-सी फिल्म सऊदी अरब में तगड़ा बिज़नेस कर सकती है. उनका जवाब था,

अगर आप अभी कोई हिन्दी फिल्म बनाकर यहां रिलीज़ करते हैं तो वो सुपरहिट होगी. अगर आप कोई तमिल, तेलुगु या मलयालम फिल्म बनाते हैं तो वो करोड़ो का बिज़नेस करेगी क्योंकि यहां अलग-अलग देशों से बहुत सारे लोग बसे हुए हैं. यहां बलूचिस्तान के लोग हैं, अफगानिस्तान के लोग हैं, और पाकिस्तान के लोग हैं, हर कोई यहां काम कर रहा है ।
सलमान ने अपने बयान में बलूचिस्तान और पाकिस्तान को अलग-अलग बताया. इसी बात पर पाकिस्तानी सरकार बिफर पड़ी थी. बता दें कि बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा राज्य है. यहां अक्सर पाकिस्तान से अलग होकर आजाद देश बनाने की मांग उठती रहती है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, दावा किया जाता है कि बलूचिस्तान के लोग महसूस करते हैं कि सरकार उन्हें नजरअंदाज करती है, जबकि इस इलाके में बहुत सारे प्राकृतिक संसाधन हैं.
बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह और चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) जैसे अहम प्रोजेक्ट्स भी हैं, लेकिन फिर भी लोग कहते हैं कि इनका फायदा उन्हें नहीं मिलता. बलूचिस्तान, पाकिस्तान के गैस उत्पादन का बड़ा हिस्सा है और ओमान की खाड़ी के पास मौजूद है, जहां से तेल पाकिस्तान में सप्लाई होता है.
बलूच इलाका सिर्फ पाकिस्तान में नहीं, बल्कि अफगानिस्तान और ईरान में भी बंटा हुआ है. उत्तरी बलूच इलाका मौजूदा अफगानिस्तान में है, जबकि पश्चिमी बलूच इलाका ईरान में है, जिसे सिस्तान-बलूचिस्तान कहा जाता है. कई बलूच मानते हैं कि बंटवारे के दौरान उनका पाकिस्तान में शामिल होना राजनीति में दबदबा रखने वाले पंजाबियों और सिंधियों से अलग था. यही कारण है कि वे अपनी पहचान और हक की मांग करते रहते हैं.



