रायपुर प्रेस क्लब की खोई प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित करना ही सर्वोच्च प्राथमिकता: अनिल पुसदकर
रायपुर . राजधानी रायपुर के पत्रकारों की संस्था रायपुर प्रेस क्लब का चुनाव आखिर साढ़े पांच साल बाद संपन्न होने जा रहा है। विगत कुछ वर्षों से इस चुनाव को रोकने के लिए साम दाम दण्ड भेद सहित सभी उपायों का प्रयोग किया जाता रहा है। आखिर में हाईकोर्ट के दखल पर प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आज वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अनिल पुसदकर ने अपने पैनल के सभी साथियों के साथ नामांकन पत्र खरीद कर चुनाव प्रक्रिया का आगाज कर दिया। इस दौरान मिडिया से बातचीत में अपने बेबाक अंदाज में उन्होंने कहा कि रायपुर प्रेस क्लब की खोई प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित करना ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रेस क्लब को राजनैतिक गुलामी और माफिया से बचाना ही उनका उद्देश्य है। जिस प्रकार से विगत कुछ समय से प्रेस क्लब की गरिमा को ठेस लगी है वो चिंतनीय विषय है।
देखा जाए तो पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश हो या पृथक छत्तीसगढ़ राज्य का आंदोलन हो या फिर वर्तमान छत्तीसगढ़ का दशा और दिशा राजधानी रायपुर का प्रेस क्लब और सदस्यों ने महंती भूमिका अदा की है। इसी प्रेस क्लब में दशकों तक नवपल्लव और कोंपलों को कलम पकड़ना और नैतिक शुचिता का पाठ पढ़ाया गया है।और यही पाठ आज के सभी वरिष्ठ पत्रकारों को क़लम की ताकत देता आया है। ये वही पत्रकार हैं जो किसी भी दबाव में आयें बिना निर्भीक और स्वतंत्र रूप से जनता की आवाज बन कर खड़े है।
खैर अनिल पुसदकर का यह कहना कि रायपुर प्रेस क्लब की खोई प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित करना ही सर्वोच्च प्राथमिकता है यथार्थ और सारगर्भित चुनाव को प्रदर्शित करता है और ये सभी सदस्यों को संदेश सहित अपील ज़रूर प्रभावित करेंगी।