जीवित बेटी को बताए मृत वजह जान आप भी चौकेंगे ?
जबलपुर/ इन दिनों देश भर में धर्म के नाम पर मुद्दे खड़े हो रहे हैं। कुछ राजनीतिक औऱ धार्मिक संगठन हर विषय को हिन्दू मुस्लिम से जोड़कर खुद को राष्ट्रवादी दिखाने की कोशिश में लगे हैं ।तो दूसरी तरफ युवा वर्ग है जो आज़ादी के बदलते मायने में खुद को डुबाने में एक तिनका भी पीछे नहीं रहना चाहते उन्हें स्वतंत्रता मतलब ,सामाजिक रीति रिवाज से दूरी ,लिव इन रिलेशनशिप ,प्रेम विवाह औऱ समलैंगिक शादी जैसी चीजें सामान्य लगती है जिसके भयावह परिणाम देखने सुनने के बाद भी युवा वर्ग आंख मूंद कर चलने में खुद को बुद्धिमान समझता है।
देश मे उठ रहे इन्ही मुद्दों के बीच मध्यप्रदेश के जबलपुर का अनूठा मृत्यु भोज चर्चा का विषय बना हुआ है ।
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जीवित बेटी का हुआ मृत्युभोज
कुछ दिनों पहले जबलपुर के गोहलपुर अमखेरा निवासी अनामिका दुबे पिता चंद्रिका प्रसाद दुबे ने एक मुस्लिम युवक से निकाह कर लिया था. जिसके बाद उनके परिजनों ने अनामिका दुबे का परित्याग कर दिया और पिंड दान करके मृत्यु भोज आयोजित कराया.
क्या ये उचित है ?
माता पिता या परिवार जन द्वारा अपने संतान द्वारा उठाये गए कदम से नाराज होना उचित है लेकिन देश मे अगर यही चीजे प्रचलन में आ गयी तो उसका भयावह परिणाम भी देखा जा सकता है । श्रद्धा मर्डर केस या मुंबई में हुई सरस्वती हत्याकांड या फिर दिल्ली में हुई प्रेमिका की हत्या होना आम हो जाएगा क्योकि इस तरह के मामला में लड़की को जाट समाज सभी जगह से अलग होने के बाद उसे कौन काट कर फ्रिज में रख रहा या कुकर में उबाल रहा या मिक्सर में पीस कर कुत्ते को खिला रहा किसी को पता नही चलेगा।
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