बलरामपुर/ राशन दुकान में हेरा फेरी का मामला इन दिनों आम हो गया है। लेकिन मृतकों के नाम भी चावल निकल जाये ऐसा होना बहुत बड़े घोटाले की ओर संकेत करता है। दरअसल बलरामपुर के ग्रामीण आज कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंचे हैं। पुरे मामले को समझने के बाद आपको भी लगेगा कि आखिर माजरा क्या है।
आखिर क्या है मामला
जिले के ग्राम कड़िया में दो दर्जन से अधिक ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुँचकर सरकारी राशन वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए, कलेक्टर से लिखित में शिकायत की। वहीं कलेक्टर ने ग्रामीणों से मिली शिकायत का एसडीएम से परीक्षण कराकर दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही है।
दरअसल, वाड्रफनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत कड़िया में सरस्वती महिला स्व सहायता समूह के द्वारा सरकारी उचित मूल्य दुकान का संचालन किया जाता है और दुकान संचालक पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि दुकान संचालक चावल व शक्कर निर्धारित मात्रा से 1 से 2 किलो कम हितग्राहियों को देता है। इसके साथ ही ग्रामीणों का आरोप है कि दुकान संचालक के द्वारा गांव के 12 मृत लोगों के नाम पर चावल की हेराफेरी की गई है, जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने पहले गांव के सरपंच को दी।
पहले भी हुई है शिकायत
ग्रामीणों ने बताया की कि इसके पूर्व भी ग्रामीणों ने वाड्रफनगर के खाद्य निरीक्षक से इस सम्बंध में शिकायत की थी, लेकिन राशन दुकान संचालक पर किसी प्रकार की शिकायत नहीं होने से क्षुब्ध होकर ग्रामीण सरपंच और पंचों की अगुवाई में बलरामपुर पहुँचे थे। बहरहाल अब गांव की जनता मृतक को मिलने वाले चावल को लेकर सजग हो गई है और सरकार से ये सवाल भी कर रही कि 12 मृतकों ने कितने किलो राशन का इस्तेमाल किया अब देखना ये होगा कि सरकार इसका क्या हल निकालती है।