बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी (BJP) के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 2000 रुपये के करेंसी नोट को खत्म करने की मांग की. उन्होंने इसे ‘ब्लैक मनी’ बताया. उन्होंने कहा कि अगर ब्लैक मनी को रोकना है, तो 2,000 रुपये के नोट को बंद करना होगा…
”उन्होंने दावा किया कि 2,000 रुपये के नोटों का आपराधिक गतिविधियों व अवैध व्यापार में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है, लिहाजा सरकार को इसे चरणवार तरीके से बंद कर देना चाहिए. सुशील मोदी ने कहा, ‘बाजार में गुलाबी रंग के 2,000 रुपये के नोटों का दर्शन दुर्लभ हो गया है. एटीएम से नहीं निकल रहा है और अफवाह है कि यह अब वैध नहीं रहा.’ उन्होंने सरकार से इस बारे में स्थिति साफ करने की मांग की.
उन्होंने कहा, ‘भारत में 2,000 के नोट के प्रचलन का अब कोई मतलब नहीं है. अब तो सरकार डिजिटल लेनदेन को भी बढ़ावा दे रही है. इसलिए मेरा सरकार से अनुरोध है कि वह चरणवार तरीके से 2,000 के नोटों को धीरे-धीरे बंद कर दिया जाना चाहिए.’ उन्होंने मांग की कि सरकार जनता को मौका दें ताकि वे एक या दो साल में 2,000 के नोटों को दूसरे नोटों से बदल लें.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 (मध्यरात्रि) से उस समय तक प्रचलन में मौजूद 500 रुपये तथा 1000 रुपये के करेंसी नोटों को अमान्य करार दिया था.