कांग्रेस पार्टी के दो नेताओं के बीच मारपीट, मामला पहुंचा खड़गवा थाने, अपराध पंजीबद्ध
एमसीबी/ छत्तीसगढ़ प्रदेश में जहां विधानसभा चुनाव को लेकर सरगमिया पूरे शबाब पर चल रही हैं राजनीतिक पार्टियों एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप रूप भी लगा रहे हैं. लेकिन इससे कुछ अलग जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के मनेंद्रगढ़ विधानसभा से मारपीट करने का एक ऐसा मामला आया है जो चौका कर रख देगा. मनेंद्रगढ़ विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रत्याशी रमेश सिंह के धुआंधार प्रचार प्रसार में ग्राम पंचायत देवाडांड से मारपीट का मामला सामने आया है. मारपीट ऐसा कि मामला खड़गवा थाने पहुंचा और जहां अपराध पंजीबद्ध हो गया मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी के आदिवासी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह कमरो और ओबीसी प्रकोष्ठ के ब्लॉक अध्यक्ष विजय साहू जो कि वर्तमान में सलका के कांग्रेस पार्टी के बूथ अध्यक्ष भी हैं. दोनों के बीच बातचीत का विवाद कितना बड़ा की दोनों मारपीट पर उतर आए और देर रात आदिवासी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के युधिष्ठिर कमरों के द्वारा विजय साहू के ऊपर एफआईआर दर्ज करना पड़ गया.
वहीं सूत्रों की हवाले से पता चला है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा शराब पीकर मारपीट करने का भी आरोप लग रहा है. वहीं दूसरी ओर जहां छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस पार्टी 75 पर नारे के साथ चुनावी रणभूमि में उतरी है वहीं जिला एमसीबी के मनेंद्रगढ़ में ग्रामीण क्षेत्र देवाडांड में कांग्रेस पार्टी के दो प्रकोष्ठ के पदाधिकारी का आपसी में मारपीट करने में आखिर विधानसभा को कैसे जीत दिला पाएंगे जब आप सी मतभेद और मनमुटाव के चक्कर में मारपीट और उसके बाद फिर एफआईआर दर्ज करने की नौबत आ गई है तो इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी की मनोदशा क्या चल रही है.
वही इस मामले पर कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव से जानकारी लेने पर पता चला कि जिस क्षेत्र में यह लड़ाई हुई है वहां कुछ लोग शराब पीकर कार्यकर्ताओं से मारपीट कर रहे थे और माहौल को खराब कर रहे थे जिसके कारण फिर दर्ज करना पड़ा: अशोक श्रीवास्तव
इस मुद्दे पर थाना प्रभारी ने भी बताया कि प्रकरण को दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि विधानसभा मनेंद्रगढ़ में कांग्रेस पार्टी के आप सी लड़ाई झगड़ा और मारपीट को लेकर आखिरकार विधानसभा में जीत का दमखम भरने वाली कांग्रेस पार्टी और उसके पदाधिकारी इस प्रकार की चल रही पार्टी में गतिविधियों पर रोक कैसे लगा पाएंगे यदि इसी प्रकार से आपसी मनमुटाव और मारपीट कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी के बीच आपस में होता रहा तो कांग्रेस पार्टी विधानसभा से लेकर प्रदेश में कैसे फतेह कर पाएगी