खड़गे को भूपेश पर खुद भरोसा नहीं, तभी तो सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाया- भाजपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सांसद गुहाराम अजगले ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के जांजगीर चांपा दौरे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि पिछले चुनाव में राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए छत्तीसगढ़ को झूठ परोसकर गए थे। उनके वादों को भूपेश बघेल ने झूठा साबित कर दिया तो अब राहुल गांधी छत्तीसगढ़ की जनता का सामना नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए इस बार गांधी परिवार की कठपुतली कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन को छत्तीसगढ़ भेजा गया है। अब ये किस आधार पर छत्तीसगढ़ की जनता को सब्जबाग दिखाएंगे क्योंकि मल्लिकार्जुन खड़गे यहां भरोसे के सम्मेलन में आ रहे हैं जबकि कांग्रेस के मुख्यमंत्री पर ही उन्हें भरोसा नहीं है, तभी तो चुनाव के चार महीने पहले सिंहदेव को उप मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया। कमाल है कि मंत्रिमंडल गठन का अधिकार मुख्यमंत्री को होता है और यहां के लिए कांग्रेस का अध्यक्ष उप मुख्यमंत्री नियुक्त कर मुख्यमंत्री को सूचित कर देता है। पहले तो खड़गे जी यह बताएं कि उनका मुख्यमंत्री से भरोसा क्यों उठ गया। फिर छत्तीसगढ़ की जनता को यह बताएं कि जब भूपेश बघेल पर भरोसा नहीं है तब किसके भरोसे के सम्मेलन में पधारे हैं। दरअसल खड़गे जी को राहुल गांधी ने यह देखने के लिए भेजा है कि कांग्रेस नेतृत्व के साथ साथ छत्तीसगढ़ की जनता को भी भूपेश बघेल पर भरोसा नहीं है और जनता भाजपा की ओर उम्मीद भरी नजर से देख रही है।
वरिष्ठ सांसद गुहाराम अजगले ने कहा कि भाजपा बाबासाहेब अंबेडकर के सामाजिक न्याय तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी है हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्हीं आदर्शों पर चलते हुए अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण एवं उत्थान के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं। दलित वर्ग के कल्याण के लिए भाजपा ने अनेक नीतियों का निर्माण किया है। जहां एक तरफ भाजपा हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं कांग्रेस ने कभी अनुसूचित जाति का सामाजिक और आर्थिक उत्थान नहीं चाहा। कांग्रेस ने अनुसूचित जाति वर्ग को सत्ता हासिल करने के लिए केवल एक वोट बैंक समझा है। आज छत्तीसगढ़ का अनुसूचित जाति वर्ग अपने कल्याण के लिए केवल भाजपा की ओर देख रहा है। आने वाले चुनावों में अनुसूचित जाति वर्ग भाजपा को पूर्ण समर्थन देकर भ्रष्टतम भूपेश सरकार को बदलने संकल्पित है। कांग्रेस के राज में आज अनुसूचित जाति की जिस तरीके से उपेक्षा हो रही है, यह देखकर दुख होता है। कांग्रेस द्वारा अनुसूचित वर्ग के युवाओं को पहले अपने हक के लिए सड़कों पर आने को मजबूर किया जाता है और फिर उन पर कानूनी कार्रवाई कर प्रताड़ित किया जाता है। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने कुतुब मीनार से भी ऊंचे जैत खंभ का निर्माण किया है, जो छत्तीसगढ़ के सतनामी समुदाय द्वारा पूजनीय है। परंतु कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कबीरधाम जिले के ग्राम धरमपुर में जिला प्रशासन द्वारा सतनाम भवन और गुरुद्वारे को तोड़ा गया। जिससे सतनामी समुदाय की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है। ढाई करोड़ के सतनाम भवन और गुरु घासीदास जन्म स्थल का काम भी अभी तक पूरा नहीं किया गया है। भाजपा द्वारा माहर महरा और महारा को महार के पर्यायवाची के रूप में अनुसूचित जाति लिस्ट में जोड़ने के लिए लोकसभा में प्रस्ताव रखकर कांग्रेस सरकार द्वारा समाज के प्रति की गई उपेक्षा को सुधारने का प्रयास किया गया इससे अनुसूचित जाति के भाइयों बहनों को न केवल उनका अधिकार मिला बल्कि उनके साथ न्याय भी हुआ है। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के साथ अन्याय और अत्याचार कर रही है। इसी वजह से इस वर्ग के युवाओं को सरकार के खिलाफ निर्वस्त्र प्रदर्शन करने विवश होना पड़ा। मल्लिकार्जुन खड़गे को भूपेश बघेल से इसका हिसाब लेना चाहिए कि वह इस समाज को किस बात की सजा दे रहे हैं।