मुख्यमंत्री की हैसियत रखने वाले सिंहदेव जी के इस बयान से साफ जाहिर, कांग्रेस पार्टी का हालत खस्ता : बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर। कांग्रेस सरकार के बड़े नेता व स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव जी ने एक बार फिर से चुनाव ना लड़ने का बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वे चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि, 2003, 2008 और 2018 के चुनाव में जिस प्रकार उनका चुनाव लड़ने का मन था, वह अब नहीं रहा।
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहां की यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव चुनाव नहीं लड़ना चाहते। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, टीएस सिंह देव जी ने शायद अपनी सरकार के कामों से निराश होकर उन्होंने यह फैसला लिया है। यह कांग्रेस पार्टी के लिए भी बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि, जन घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री पद के बराबर की हैसियत रखने वाले; उनके कद्दावर नेता टीएस सिंह देव जी चुनाव नहीं लड़ना चाहते। श्री अग्रवाल ने आगे यह भी बताया कि टीएस सिंह देव ने अभी कुछ ही महीनों पहले सार्वजनिक तौर पर पंचायती राज विभाग से इस्तीफा देते हुए कहा था कि मैं निराश हूं क्योंकि मैं प्रदेश की जनता को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध नहीं करा पा रहा हूं; ना ही मेरे आदेशों का पालन किया जा रहा है। अब उनके चुनाव लड़ने या ना लड़ने पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। जिससे यह साफ जाहिर होता है, कि सरकार की हालत बुरी तरह से खस्ता हो गई है। जिस सरकार व मुख्यमंत्री पर उसके ही मंत्री का भरोसा ना हो; उस सरकार पर जनता कैसे भरोसा करेगी..? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने मंत्रियों सहित पूरी जनता को ठगने का काम किया है। इसलिए जनता का विश्वास कांग्रेस सरकार से उठ गया है। आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता इसे सबक सिखाएगी।
बृजमोहन ने कहा ताम्रध्वज की स्थिति भी बाबा जैसी
बाबा के चुनाव ना लड़ने पर गिरी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस एक बड़ा संगठन है। इस संगठन में किसी एक के चुनाव लड़ने या ना लड़ने से फर्क नहीं पड़ता। अगर कोई नहीं लड़ता है तो उसकी जगह पर 10 से अधिक लोग लड़ने के लिए तैयार रहते है।
इस बयान पर भी बृजमोहन अग्रवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी में जो स्थिति टीएस सिंहदेव जी की है, वही स्थिति ताम्रध्वज साहू की भी है; उनकी कुछ मजबूरी रही होगी, जो उन्होंने ऐसा कहा..।