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सरकार ने कर्मचारियों को छला,होर्डिंग लगाकर कर रहे कमाई -कर्मचारी संघ

रायपुर।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के धरना स्थल हटाने को लेकर फिर एक बार राजनीति गहरा गई है। जिसे लेकर कर्मचारी संघ ने सरकार पर आरोप लगाया है कि रायपुर स्थित बूढ़ातालाब धरना स्थल को कांग्रेस के नेताओं द्वारा योजनाबद्ध तरीके से हटाकर नवा रायपुर तूता धरना स्थल बनाया गया। जिसके पीछे की मंशा सरकार द्वारा किसी व्यक्ति विशेष को लाभ देना है।
क्या है आरोप
कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि सिंचाई कॉलोनी शांति नगर को तोड़कर जिस तरह व्यवसायिक कांप्लेक्स बनाया जा रहे हैं, भविष्य में सत्तारूढ़ दल बूढ़ातालाब को भी व्यवसायिक कांप्लेक्स बनाएगा।जिसके चलते अब विज्ञापन एजेंसी का होल्डिंग्स लगना शुरू हो गया है।
धरना स्थल पर पहले भी हुई बहस
बता दे कि शहर के बीचो बीच बूढ़ापारा ने कर्मचारी अपना धरना प्रदर्शन करते थे जिसे कुछ महीने पहले सरकार द्वारा नया रायपुर शिफ्ट कर दिया गया है। जिसे लेकर कर्मचारी संघ ने लगातार विरोध किया था। तब कांग्रेस के नेताओं ने गड्ढे खोदने, दीवाल उठाने, की चेतावनी देकर प्रशासन के कंधे में बंदूक रखकर बूढ़ा तालाब में धरना की अनुमति देना बंद किया था। उसी समय कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया था कि शांति नगर सिंचाई कॉलोनी को तोड़कर जिस तरह व्यावसायिक कांप्लेक्स बनाया जा रहा है, उसी प्रकार बूढ़ातालाब में भी कांग्रेस के नेता व्यवसायिक कांप्लेक्स बनाएंगे या व्यवसाय करेंगे।

व्यवसायिक उपयोग के लिए हटाया गया धरना स्थल

ज्ञात हो कि जिन वजह से कर्मचारियों को धरना स्थल से हटाया गया था उसके विपरीत 3 दिनों से बूढ़ातालाब धरना स्थल पर विज्ञापन एजेंसी द्वारा अपने स्थाई होल्डिंग्स लगाकर नेताओं एवं अन्य व्यवसायिक लोगो को आमंत्रित किया जा रहा है। जिसे देखकर कर्मचारी संघ सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि प्रदेश के कर्मचारी अपने लोकतांत्रिक अधिकार के तहत बूढ़ातालाब धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इस मौलिक अधिकार से वंचित कर बूढ़ातालाब धरना स्थल का व्यवसायीकरण किया जा रहा है। जिसकी आशंका पूर्व से ही कर्मचारी संघ ने जताई थी।दूसरी तरफ 207 दिनों से प्रदेश की नारीशक्ति विधवा बहने अनुकंपा नियुक्ति के लिए धरनारत हैं।बरसते पानी में विगत 1 सप्ताह से बीमार, शोषित, पीड़ित होकर भी धरना जारी रखे हुए हैं। ऐसा लग रहा है कि इन महिलाओं के छाती पर होल्डिंग्स खोदे जा रहे हैं और इनकी जायज मांगों को पूरा करने के बजाय बूढ़ातालाब धरना स्थल पर व्यवसायिक लाभ सरकार लेगी। इसी प्रकार राजधानी के सभी गार्डन में ठेले खोमचे की दुकान बनाकर व्यवसायिक उपयोग गार्डनों का भी किया गया है। श्री झा ने पूर्व से ही इसकी आशंका व्यक्त की थी। कर्मचारी नेता ने मांग की है कि तत्काल यह होल्डिंग हटाया जाए। अन्यथा 4 महीने बाद सरकार बदलने के बाद विरोधी दल जिसकी सरकार बनेगी वह व्यवसायिक लाभ लेगा, तब कांग्रेस सरकार व श्री भूपेश बघेल इसका विरोध नैतिकता के आधार पर नहीं कर पाएंगे। क्योंकि तुम्हीं ने दर्द दिया तुम्ही दवा देना की नीति लागू होगी।

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