गौठान में मरा पड़ा था मवेसी,जिम्मेदार बजा रहे थे चैन की बंशी
मरवाही /मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महत्वकांक्षी योजनाओ में से एक नरवा गरवा घुरवा और रोका छेका योजना वैसे तो कागजो में बेहद लोकप्रिय दिख रही है लेकिन अगर जमीनी हकीकत की बात करे तो तस्वीर ठीक इसके विपरीत दिखाई दे रही है।
गौठान में 3 दिन से मरा पड़ा मवेशी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नरवा गरवा घुरवा योजना और रोका छेका योजना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए कितना भी जोर देते हो, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है..
ताजा मामला जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के धार्मिक और पर्यटन स्थल लखनघाट रोड के चंगेरी पंचायत की है..जहां चंगेरी पंचायत के गौठान मे 3 दिन से मरे हुए मवेशी सरकार के योजनाओं की पोल खोल रहे हैं आपको बता दें मरवाही जनपद अंतर्गत चंगेरी गौठान में 3 दिन से मवेशी मरा हुआ है जिसकी कोई खोज खबर करने वाला नहीं है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
वहीं जब इस मामले पर सक्षम जिम्मेदार अधिकारी सीईओ जनपद पंचायत मरवाही डॉ राहुल गौतम से फोन में सवाल किया गया तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए उचित व्यवस्था करवाने की बात कही।
सवाल यह उठता है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा योजना होने के बाद भी असल मायने में ग्रामीण क्षेत्रों में इस का परिपालन क्यों नहीं हो पा रहा है.. आखिरकार जिम्मेदार गंभीर क्यों दिखाई नहीं दे रहे हैं, यह बहुत बड़ा प्रश्न है जिसका उत्तर खोजना शासन-प्रशासन की अहम जिम्मेदारी है..