राजनांदगांव। राजनांदगांव के कोतवाली थाना क्षेत्र के लखोली पीएम आवास में पुलिस और निगम अमले के सामने एक महिला ने धमकी देते हुए ,पेट्रोल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। हैरानी की बात यह है कि निगम हमले और पुलिस के सामने ही धमकी देने के बावजूद कोई भी महिला को रोकने यह आग बुझाने के लिए सामने नहीं आया। महिला को खुद को आग के हवाले करने के बाद महिला का बेटा उसे बचाने कोशिश करता रहा जिसके बाद मोहल्ले वालों ने आकर से बचाया लेकिन तब तक महिला 60से 70 फीसदी जल चुकी थी। इज़के बाद इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
राजनादगांव के लखोली वार्ड में 304 पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए मकान में 118 लोग नियमत: मकान आंबटित किया गया है बाकी मकानो में अवैध रूप से लोगो ने कब्जा कर रखा है इसलिए ऐसे मकानो को निगम और पुलिस का अमला खाली कराने के लिए कल से सील करने की कार्यवाही कर रहा है जिसमें 40 मकानों में से 30 मकानों को सील कर दिया गया था। आज भी उसी में से यासमीन मेमन का भी मकान उसकी गैर मौजूदगी में सील कर दिया गया। मार्केट से आने के बाद याशमीन पुलिस और निगम अमले से घर का सील खोलने की विनती करती रही क्यूकि उसका पूरा सामान घर के अन्दर ही था। महिला विनती करती रही लेकिन निगम कर्मियों के द्वारा उसकी बात अनसुनी करने पर महिला ने खुद के ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। इस समय उसका 15 साल का बेटा नफीज मौके पर मौजूद था। याशमीन तलाकशुदा है , बडा प्रश्न चिन्ह तो यह है कि आत्मदाह की कोशिश के बिच ना तो पुलिस और ना ही निगम अमले ने इसे रोका। महिला द्वारा खुद को आग के हवाले करने के बाद मोहल्ले के लोगों ने आग बुझाया लेकिन तब तक महिला 70 से 80% जल चुकी थी अभी उसकी हालत गंभीर बनी हुई है ।
लोगों ने बताया कि हम लंबे समय से यहां पर रह रहे हैं रमेश मकान की सख्त जरूरत है लेकिन हमें इसे वंचित किया जा रहा है जिसका हम लंबे समय से विरोध कर रहे हैं आज जब निगम कर्मी मकान खाली करवाने पहुंचे तब यासमीन ने खुद को पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली इस दौरान निगम अमला और पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे लेकिन कोई भी बीच में नहीं आया और निगम कर्मी तो वहां से भाग भी गए।