मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भानूप्रतापुर के लिए हुए रवाना, जाने से पहले की पत्रकारों से की इन मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा…
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भानूप्रतापुर के लिए रवाना हो चुके हैं। जाने से पहले सीएम ने पत्रकारों से महत्वपूर्ण चर्चा की। उन्होंने पहले बताया की वे सावित्री मंडावी के निमंत्रण पर जा रहे हैं। वहा की ऐतिहासिक जीत पर जनता का आभार व्यक्त करने जा रहे हैं। इसके साथ की सीएम भूपेश बघेल ने इन बातों पर चर्चा की –
2023- 24 के केंद्रीय बजट पर मुख्यमंत्री का बयान-
उन्होंने कहा कि किसानो की तो आय दुगनी हुई नही। पर फर्टिलाइजर की सपसिडी 22 प्रतिशत कम कर दी गई। एलपीजी की सब्सिडी में 75 प्रतिशत की कमी की गई है। मनरेगा में 32 प्रतिशत और किसान सम्मान निधि में 12% की कमी। प्रधानमंत्री कृषि संचार सिंचाई सहायता कार्यक्रम में 17 और अल्प सब्सिडी में 21% की कमी की गई। उन्होंने ये भी बताया की महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। कुल मिलाकर यह बजट किसान मजदूर निम्न वर्ग और आम लोगो के लिए निराशा जनक बजट है।
अडानी ग्रुप के शेयर गिरने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान-
भूपेश बघेल ने बताया कि इस बात का है मैने कल ही शंका जाहिर की थी, की जितने भी कर्मचारी के एनपीएस है जिसके 3 मैनेजर है। आज सभी अखबारों ने इसे उठाया है की एनपीज सभी राशि LIC में गई है उस पैसे का क्या हुआ। इनका 8 लाख करोड़ रुपया डूबने की वजह से अब इसका घटा सीधे कर्मचारियों को होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इश्योर करना चाहिए की कर्मचारियों का पैसा उन्हें मिलेगा। देश भर के कर्मचारी जो स्टेट सर्विस में है इससे उन्हें सबसे बड़ा झटका लगा है। भाजपा अच्छे दिन आयेंगे के नारे लगवाकर वोट तो लोगो से डलवा लिए पर अब क्या….??? बैंक ने सबका साथ तो ले लिया पर विकास किसका हुआ…???? पर इस बारे में सदन में चर्चा होनी चाहिए यह देश की जनता का विषय है। इसपर जांच भी करवानी चाहिए। इतना बड़ा झटका किसी कंपनी को कभी नहीं लगा था जितना अभी लगा है।
धान की बंपर खरीदी पर सीएम का बयान-
मुख्यमंत्री ने इस विषय पर कहा कि 107 लाख 53 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी गई है। जो भाजपा के शासन काल में की गई खरीद की दुगुनी है। धान ,कोदो,कुटकी रागी और गन्ने की फसल में लगातार वृद्धि हुई है। भाजपा ने आय दुगुनी किए जाने की बात कही थी। यदि आय दुगनी हुई है तो छत्तिसगढ में हुई है। और ये आंकड़े ही बता रहे है की छत्तीसगढ़ में खेती लाभ का धंधा है इसलिए बेरोजगारी दर कम आ रहा है।