![राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया 1 IMG 20230831 WA0110 राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया](https://currentnews.org.in/wp-content/uploads/2023/08/IMG-20230831-WA0110.jpg)
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ब्रम्हकुमारी सेवा सरोवर में आयोजित सकारात्मक परिवर्तन वर्ष 2023 के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा
राष्ट्रपति जी का आगमन छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए बहुत गौरव का क्षण है। उनकी इस यात्रा के लिए मैं छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ नागरिकों की ओर से आपको बहुत धन्यवाद देता हूं।
![राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया 2 IMG 20230831 WA0093 राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया](https://currentnews.org.in/wp-content/uploads/2023/08/IMG-20230831-WA0093.jpg)
आज राष्ट्रपति, पूरे देश की मुखिया के आगमन से हम छत्तीसगढ़ के लोग विशेष आत्मीयता का अनुभव कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया है।
![राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया 3 IMG 20230831 WA0140 राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया](https://currentnews.org.in/wp-content/uploads/2023/08/IMG-20230831-WA0140-1024x682.jpg)
यह प्रदेश एक आदिवासी प्रदेश है, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग भी बहुत बड़ी संख्या में यहां निवास करते हैं। यह प्रदेश किसानों का प्रदेश है, यह वंचितों का प्रदेश है। सभी वंचितों को न्याय मिले, यह संविधान की भावना है।
आप संविधान की रक्षक हैं, आपके आगमन से छत्तीसगढ़ के लोग बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की बहुत लंबी सीमा ओडिशा से लगती है, इसलिए उत्कल संस्कृति के साथ हमारी सबसे अधिक साझेदारी है।
![राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया 4 IMG 20230831 WA0143 राष्ट्रपति का छत्तीसगढ़ दौरा,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया](https://currentnews.org.in/wp-content/uploads/2023/08/IMG-20230831-WA0143-1024x682.jpg)
हमारा रहन-सहन, खान-पान, आचार-विचार सबकुछ एक जैसा है। यहां तक की हमारा संघर्ष भी ओडिशा के वंचितों के संघर्ष जैसा ही है।
यह बड़ा ही शुभअवसर है। रक्षाबंधन का समय है। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सकारात्मक परिवर्तन वर्ष का आज शुभारंभ भी हो रहा है।
सामाजिक और आध्यात्मिक परिवर्तन की दिशा में इस संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों में यथासंभव भागीदार बनने के लिए प्रयत्नशील रहता हूं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों के संचालन में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का आध्यात्मिक मार्गदर्शन हमें मिलता रहा है। मैं इसके लिए इस मंच से आभार व्यक्त करता हूं।