मतदान अधिकार और कर्तव्य, मतदाताओं को ध्यान देने वाली बातें
एंकर/ लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व मतदान महोत्सव आज देश भर में मनाया जा रहा है। इस मतदान महोतसव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने पूरी तैयारी की है.प्रमुख रूप से 6 चरणों में होने वाली इस प्रक्रिया का आज चौथा पड़ाव है। आचार साहिता की घोषणा के बाद उम्मीदवारों का नामांकन पात्र भरना फिर मतदान प्रचार रुकने से लेकर चौथा चरण मतदान दल रवाना कर अधिक से अधिक मतदान कराना प्रमुख कार्य है। इसके बाद मतपेटियों का संग्रहण ,कॉउंटिंग और फिर निर्वाचित प्रत्याशी को सर्टिफिकेट वितरण तक का कर्त होता है।
मतदाता को ध्यान देने वाली बात
आप जब वोट डालने के लिए मतदान स्थल पर जाएंगे, उस समय निर्वाचन अधिकारियों द्वारा आपके नाम और आईडी की जाँच की जाएगी | जाँच करने के उपरांत आपकी अंगुली में स्याही लगा दी जाएगी और वोट डालने के लिए ईवीएम मशीन के पास भेज दिया जायेगा | यह एक गुप्त स्थान होगा जहां आपको मतदान करते हुए आपको कोई नहीं देख सकता है | यही पर ईवीएम मशीन के पास में ही एक एक VVPAT (वीवीपैट) मशीन रखी रहेगी | यह मशीन ईवीएम से जुडी रहती है | अब आपको ईवीएम में अपनी इच्छा के अनुसार प्रत्याशी के नाम के आगे का बटन दबाना है, बटन दबाते ही एक पीईईईई की आवाज आएगी | यह आवाज जैसे ही आएगी इसका मतलब आपका वोट पड़ चुका है | इसी समय आपको VVPAT (वीवीपैट) मशीन की स्क्रीन पर देखना है, यहाँ पर आपको एक पर्ची दिखाई देगी | इस पर्ची में आपने जिसको वोट किया होगा वह दिखाई देगा |सात सेकेण्ड के बाद यह पर्ची सील बंद बॉक्स में चली जाती है, जिससे मतदान की गोपनीयता बनी रहे |
मतदान के प्रतिशत को बढ़ने भारत निर्वाचन आयोग ने सुभाष घई फाउंडेशन के सहयोग से एक गीत- ‘मैं भारत हूं, हम भारत के मतदाता हैं’ को तैयार किया, जिसमें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों को दिखाया गया है और मतदाताओं से वोट डालने और उनसे अपने संवैधानिक कर्तव्य को पूरा करने की अपील की गई है। 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस (एनवीडी)- 25 जनवरी, 2023 को भारत की माननीय राष्ट्रपति की उपस्थिति में प्रदर्शित किया गया यह गीत पहले से ही मशहूर हस्तियों और प्रभावित करने वाले लोगों के माध्यम से सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हो गया था। इसके लॉन्च होने के एक हफ्ते के भीतर, गाने के हिंदी और बहुभाषी संस्करण को पहले ही 3.5 लाख से अधिक बार देखा जा चुका था और चार प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और यूट्यूब पर 5.6 लाख इंप्रेशन मिल चुके थे।
यह गीत भारत निर्वाचन आयोग के ‘सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम’ की ऐसी पहलों में से एक है, जो भारत निर्वाचन आयोग के ‘कोई मतदाता पीछे न छूटे’ के आदर्श वाक्य के तहत सभी श्रेणियों के मतदाताओं से भागीदारी बढ़ाने के लिए समावेशी रणनीतियों और कार्य योजनाओं पर केंद्रित प्रमुख मतदाता शिक्षा कार्यक्रम है। इस गीत का उद्देश्य न केवल मतदाताओं को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उनके अधिकारों और जिम्मेदारी के बारे में शिक्षित करना है, बल्कि उन्हें चुनावी प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए उत्साहित करना भी है।