रायपुर। आज हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का हाथ फिर लहरा गया है। इस जीत को लेकर कार्यकर्ताओ में जितना उत्साह है वहीं कांग्रेस के टॉप लीडर्स अपनी जीत के जश्न से भी डरे हुए है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिमांचल चुनाव को लेकर कहा की काउंटिंग अभी चल रहा है तो अंतिम तक इंतजार करना चाहिए जैसे हमें उम्मीद थी कि हिमाचल में हमारी सरकार बनेगी कैसे बनती दिखाई दे रही है। हिमाचल के विधायकों को राजधानी रायपुर लाने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यहां तो नहीं लाएंगे लेकिन अपने साथियों को संभाल के रखना पड़ेगा क्योंकि भाजपा कुछ भी कर सकती है।
भाजपा बहुत अच्छी लड़ाई लड़ रही है दूसरे और तीसरे स्थान के लिए। #भानुप्रतापपुर pic.twitter.com/go7rtSci0v
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 8, 2022
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हिमाचल प्रदेश में वरिष्ठ पर्यवेक्षक थे। साथ ही राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा को भी हिमाचल के पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया था। इस वजह से भूपेश बघेल ने हिमाचल की जीत पर फ़िलहाल ख़ुशी नहीं जाहिर करते हुए बीजेपी की कार्यप्रणाली पर आशंका व्यक्त की है।
हिमाचल चुनाव परिणाम के संबंध में मीडिया के साथियों से बात.. pic.twitter.com/DFBPBXFhI3
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खरीद फरोख्त की बात करे तो हाल ही में तेलंगाना में भी इस बात की चर्चा जोर पकड़ी थी कि बीजेपी उनके विधायक खरीदने की तैयारी के रही है। वहीं बीते 5 साल में देश में हॉर्स-ट्रेडिंग के आरोप पर नज़र डाले तो कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में विधायकों के पार्टी छोड़ने और दूसरी पार्टी जॉइन करने के चलते कई सरकारें टूटीं और नई बनीं हैं। जिन पार्टियों से विधायक गए उन्होंने सामने वाली पार्टियों पर विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया।