कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में दिखा दुर्लभ प्रजाती का माउस डियर,देखिये वीडियो
छत्तीसगढ़/ वन्य जीव सरक्षको के लिए एक और ख़ुशी का पल है छत्तीसगढ़ के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में हिरण की दुर्लभ प्रजाती ‘माउस डियर’ देखी गई है। भारत में पाए जाने वाले हिरणों की 12 प्रजातियों में से माउस डियर विश्व में सबसे छोटे हिरण समूह में से एक है।
बता दे कि बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में सबसे छोटे प्रजाति का हिरण मिला है. हिरण की ये दुर्लभ प्रजाति है. इसे माउस डियर (Mouse Deer) के नाम से जाना जाता है. माउस डियर बिना सींग वाले हिरण का एकमात्र समूह है. देखने में ये चूहा, सुअर और हिरण का मिला-जुला रूप मालूम पड़ता है.
#WATCH छत्तीसगढ़: कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में हिरण की दुर्लभ प्रजाती 'माउस डियर' पाई गई है। भारत में पाए जाने वाले हिरणों की 12 प्रजातियों में से माउस डियर विश्व में सबसे छोटे हिरण समूह में से एक है। pic.twitter.com/HgK8SxgHPj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 31, 2023
माउस डियर का वैज्ञानिक नाम मोसियोला इंडिका (Mosechiola indica) है. ये खासतौर पर घने झाड़ियों वाले, नमी वाले जंगलों में होते हैं. भारत में इससे पहले माउस डियर प्रजाति का एक हिरण बैलाडीला की पहाड़ियों में मिला था. इसकी लंबाई करीब 575 सेंटीमीटर और वजन 3 किग्रा के आसपास होता है
माउस डियर खासतौर पर दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के वनों में देखा गया है. माउस डियर विश्व की सबसे छोटी हिरण की प्रजाति मानी जाती है. ये शर्मीला जीव माना जाता है और रात के समय बाहर निकलता है, इसलिए बहुत मुश्किल से ही देखने को मिलता है. जंगलों में भी इस जीव को देख पाना आसान नहीं. इसलिए इस पर ज्यादा जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं हो पायी है।