बिजली-पानी और विकास के लिए स्टाम्प पर लिखकर देने की जिद पर अड़े रहे पांच गांव के मतदाता, आखिर नहीं किया मतदान
बैतूल। जिले में शाम 6 बजे तक पांच विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान की प्रकिया जारी रही। लेकिन शाम 5:45 बजे तक आदिवासी बाहुल्य विधानसभा के पांच गांवों के मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया।सरकार और प्रशासन से पांच गांवों के मतदाता इतने अधिक खफा है कि उन्होंने चुनाव का ही बहिष्कार कर दिया। इस मतदान केन्द्र पर पांच गांवों के 1051 मतदाताओं को मतदान करना था, लेकिन शाम 5.45 बजे तक मात्र दस मतदाता ही मतदान का प्रयोग कर पाये और ये भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं कोटवार के मत बताए जा रहे है। हम बात कर रहे है भैंसदेही विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत उत्तरी ग्राम में बने पोलिंग बूथ की।
मतदान का बहिष्कार
प्राप्त जानकारी के अनुसार भैंसदेही विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 133 के अंतर्गत भीमपुर विकासखंड की डोडाजाम पंचायत के तहत उत्तरी में बनाएं गए पोलिंग बूथ पर शाम 5.45 बजे तक मात्र दस मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया, जबकि इस केन्द्र पर 1051 मतदाताओं को मतदान करना था। ग्राम उत्तरी, भाटबोरी, वनग्राम पालंगा, बारा उत्तरी और गवारीढाना के ग्रामों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। ग्राम पंचायत सरपंच नेहरुलाल एवं उपसरपंच आसाराम यादव के अलावा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच भूता ढिकारे, पूर्व जनपद सदस्य वजीलाल ने चर्चा के दौरान बताया कि ग्राम में आजादी के बाद से आज तक थ्री फेस बिजली, नहीं पहुंची, मोबाईल का नेटवर्क नहीं है, भाटबोरी गांव में सडक़ भी नहीं है। नजल योजना नहीं है ग्रामीण पानी के लिए आज भी परेशान है। मुलभूत सुविधाओं से पांच ग्रामों के निवासी वंचित है इसी वजह से सभी ने मतदान का बहिष्कार किया।
समझाईशों का भी नहीं हुआ असर
मतदान के लिए ग्रामीणों को सरपंच, उपसरपंच सहित अन्य अधिकारियों ने भी समझाईश देकर मतदान के लिए मनाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों इस बात पर अड़े थे कि उन्हें स्टाम्प पर लिखकर दिया जाए कि ग्रामों में बिजली, पानी, सहित अन्य सुविधाएं दी जाएगी। तभी वे अपना वोट डालेंगे। ग्रामीणों की जिद के आगे आखिर सभी ने हार मान ली। शाम 5.45 बजे तक इस मतदान केन्द्र पर मात्र 10 वोट डाले गए ।