CG NEWS : आरक्षण के मुद्दे पर गरमाई सियासत, मुख्यमंत्री ने कहा- हठधर्मिता छोड़े राज्यपाल
रायपुर। आरक्षण का मुद्दा गरमाते जा रहा है । मामले को लेकर अब राजभवन और प्रदेश सरकार का आमने सामने आ गए हैं । मुख्यमंत्री भूपेश आरक्षण विधेयक पर अब तक नही हुए हस्ताक्षर को लेकर राज्यपाल हठधर्मिता छोड़ने की बात कही हो तो सर्व आदिवासी समाज ने राज्यपाल को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया और कहा है हस्ताक्षर नहो होते तो राजभवन घेराव किया जाएगा | बहरहाल राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर सभी विधायक आरक्षण संशोधन विधेयक में हस्ताक्षर करने की मांग करेंगे ।
बतादें कि राज्यपाल अनुसुइया उइके का हस्ताक्षर करना बाकी लेकिन पिछले 20 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक राज्यपाल का हस्ताक्षर नहीं हुआ है | जिस पर सर्व आदिवासी समाज भी आक्रोशित हो गई है | सर्व आदिवासी समाज के नेता ने कहा है कि युवा काफी निराश है समाज अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है , 3 दिन के अंदर अगर राज्यपाल इस विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करती हैं तो आदिवासी समाज के द्वारा राजभवन को घेराव किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश आरक्षण विधेयक पर अब तक नही हुए हस्ताक्षर को लेकर राज्यपाल हठधर्मिता छोड़ने की बात कही । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ” राज्यपाल को जल्दी साइन करके देना चाहिए क्योंकि छात्रों के भविष्य का सवाल है बहुत सारी भर्तियां होना है। ऐसे में जब नया आरक्षण बिल लाकर उसे सर्वसम्मति से विधानसभा में विशेष सत्र बुलाकर पारित किया है तो उस पर तुरंत साइन कर देना चाहिए इतने दिन में मुझे लगता है सब क्लियर हो गया होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा वैसे उनके अधिकार क्षेत्र के बाहर है लेकिन अगर वह उसी बात पर अड़े हुए हैं तो हम जवाब भेज देंगे। जो विधानसभा से पारित हो चुका है उस पर विभाग थोड़ी जवाब देगा। लेकिन नियम से बाहर जाकर भी काम करना चाहती हैं हमें कोई तकलीफ नहीं है हम प्रदेश के हित में भी भविष्य के हित में इसी प्रकार का अड़ंगा नहीं होने देंगे। वह चाहती हैं उनकी जिद पूरी हो तो हम जवाब दे देंगे। पहले तो राज्यपाल तैयार थे उन्हें के कहने पर विशेष सत्र बुलाकर पारित किया गया। उन्होंने कहा था 1 मिनट नहीं लगेगा अब पता नहीं किस का फोन आया या एकात्म परिसर से पर्ची आई उसके बाद रुक गया है। आज 20 दिन हो गया रुके यह तो उचित नहीं है।
इधर दिल्ली दौरे से लौटी राज्यपाल राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति और गृह मंत्री से सौजन्य मुलाकात की | प्रधानमंत्री बहुत व्यस्त थे इसलिए मुलाकात नहीं हो पाई | अनौपचारिक चर्चा होती है ,प्रदेश अन्य गतिविधियों के बारे में चर्चा की गई | राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को छत्तीसगढ़ आने का न्योता दिया | साइंस कॉलेज में होने वाले कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति आने का न्योता दिया | आरक्षण की चर्चा पर राज्यपाल ने कहा सारी गतिविधियों पर चर्चा की गई | छत्तीसगढ़ शासन को प्रश्न भेजा है जवाब आने के बाद उस पर विचार करूंगी|