नगरीय निकाय 2025 : रायपुर में पिछले 10 महापौर में से 9 रहे कांग्रेस के ,देखिए गणित

रायपुर/राजधानी रायपुर में महापौर पद के लिए कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है । कांग्रेस से दीप्ति प्रमोद दुबे और भाजपा से मीनल छगन चौबे ने दावेदारी पेश की है ।दोनों के आपसी संबंध भी बहुत मजबूत है ।ऐसे में जनता से लेकर सामाजिक दायरे के लोगो के लिए भी चुनाव करना मुश्किल होगा । प्रमोद दुबे महापौर सभापति रह चुके हैं मीनल चौबे नेता प्रतिपक्ष रही, छगन चौबे पार्षद रह चुके हैं,, दोनों ही रायपुर दक्षिण में निवासरत है,, मूल ब्राह्मण पारा ही है,, मतदाताओं के साथ-साथ ब्राह्मण समाज के लिए भी व्यक्ति के आधार पर प्रत्याशी चयन कठिन होगा,, घोषणा पत्र वादे और राजनीतिक दलों की ताकत जीत हार का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।
इन सबके बीच अगर बात करे पिछले 10 महापौर की तो ज्यादातर कांग्रेस पार्टी ने ही अपने महापौर दिए है ।

ब्रिटिश शासन के दौरान 17 मई 1867 को रायपुर नगर समिति के रूप में स्थापित, इसे बाद में 1973 में नगर निगम में अपग्रेड किया गया। यह नागरिक प्रशासनिक निकाय शहर की सफाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य, साफ-सुथरी सड़कें और पार्क जैसी अन्य सार्वजनिक सेवाओं का प्रबंधन करता है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) के नगर निगम प्रदर्शन सूचकांक 2020 में निगम सातवें स्थान पर रहा ।