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थर्ड जेंडर समुदाय में जागी उम्मीद की किरण,जताया मुख्यमंत्री का आभार

रिपोर्टर-बिप्लब कुण्डू
पखांजूर/छत्तीसगढ़ में सभी समुदायों के हितों की रक्षा करने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तृतीय लिंग समुदाय के लोग भी आशीर्वाद दे रहे है।

आमतौर में किन्नर या थर्डजेंडरो को समाज में हमेशा हीन दृष्टि से देखा जाता हैं,थर्डजेंडरो को ना तो उनका परिवार और ना ही समाज स्वीकार करता हैं , यही वजह हैं कि थर्डजेंडर अक्सर अपने प्रति समाज के इस अस्वीकारता के चलते मायूस होकर भिक्षावृत्ति या नाचगाना कर अपना पेट पालने में मजबूर हो जाते हैं । शासकीय नौकरियों में भी उनके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं हुआ करती थी परंतु छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने थर्डजेंडरो के प्रति बेहद मानवीयतापूर्ण दृष्टिकोण अपनाते हुए उसके विभिन्न समस्याओ पर बारीके से विचार करते हुए थर्डजेंडरो के लिए न सिर्फ कई योजनाए बनायीं हैं बल्कि अब शासकीय नौकरियों में उनके लिए विशेष रिक्त पद भी निकाले जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में अब थर्डजेंडर न केवल शासकीय नौकरियों से जुड़ रही हैं बल्कि पुलिस जैसी सेवा में भी अब थर्डजेंडरो की भर्ती हो रही हैं । कोयलीबेड़ा ब्लॉक के शासकीय हायरसेकेंडरी स्कूल ऐसेबेड़ा में लिपिक पद पर कार्यरत थर्डजेंडर लिली विश्वास बताती हैं कि 1986 में उन्हें कई मुश्किलों के बाद भृत्य पद पर नौकरी मिली थी जबकि वो अन्य लोगों की तुलना में तब ज़्यादा पढ़ी लिखी थी फिर भी उन्हें भृत्य पद दिया गया क्युकि उस समय थर्डजेंडरो के लिए कोई विशेष स्थान शासकीय नौकरियों में नहीं थी परंतु आज थर्डजेंडरो के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने सोचा और उनके लिए एक विशेष स्थान निर्धारित किया जिससे अब समाज में थर्डजेंडर भी शासकीय नौकरियों में अपना स्थान बनाकर समाज में सम्मान के साथ सर उठाकर जी पायेंगे।थर्डजेंडरो के साथ भूपेश सरकार ने सभी भेदभाव समाप्त करने का प्रयास किया हैं और इससे अब थर्डजेंडर भी शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ते हुए अपने जीवन स्तर को ऊँचा बनायेंगे , छत्तीसगढ़ सरकार की इस सोच से घर-घर जाकर पैसे मांगकर अपना पेट पालने वाले थर्डजेंडर अब स्वावलंबी होकर अपना और अपने परिवार का पेट सम्मान के साथ पालेंगी। थर्डजेंडर लिली विश्वास ने छत्तीसगढ़ सरकार के इस सोच की सराहना करते हुए प्रदेश मुखिया भूपेश बघेल को समस्त थर्डजेंडरो की ओर से विशेष आभार जताया हैं ।

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